मध्‍य प्रदेश में तीन चरणों में कराए जाएंगे पंचायत चुनाव

राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने कलेक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियों की समीक्षा

मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण है। त्रिस्तरीय पंचायत के चुनाव कराने में अब कोई परेशानी नहीं है। हमारे स्तर पर तैयारी हो चुकी हैं। चुनाव तीन चरणों में कराए जाएंगे। सभी जिले मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कराने के साथ संवेदनशील और अति संवेदनशील केंद्रों की सूची तत्काल भेजें। जिन मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए मार्ग ठीक नहीं है, उन्हें दुरुस्त कराया जाए। यह निर्देश राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने गुरुवार को कलेक्टरों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से तैयारियों की समीक्षा में दिए।

उन्होंने कलेक्टरों से चुनाव की तैयारियों की जानकारी लेने के बाद कहा कि ऐसे मतदान केंद्र जहां मतदाताओं की संख्या साढ़े सात सौ से अधिक है, वहां अतिरिक्त मतदानकर्मी नियुक्त किया जाए। मतदान कर्मियों का चिन्हित करके उन्हें प्रशिक्षण दिए जाने का कार्य प्रारंभ किया जाए। इसमें इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के संचालन से लेकर चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी सभी जानकारियां दी जाए। जिला और जनपद पंचायत के सदस्य का चुनाव इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और सरपंच व पंच का चुनाव मतपत्र से कराया जाएगा। मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन कलेक्टर करा लें। यदि किसी केंद्र का स्थान परिवर्तन किया जाना है तो औचित्य सहित उसका प्रस्ताव भेजा जाए।

मतदान केंद्र में बिजली आदि की व्यवस्था अभी से सुनिश्चित कर ली जाए। मार्च 2022 तक पंचायतों में रिक्त होने वाले पदों की जानकारी भी देने के लिए कहा गया है। माना जा रहा है कि खंडवा संसदीय क्षेत्र सहित पृथ्वीपुर, जोबट और रैगांव विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के बाद जिला पंचायत पद के आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की घोषणा कर देगा। एक जनवरी 2020 की मतदाता सूची के आधार पर चुनाव कराए जाएंगे। बैठक में उपचुनाव वाले जिले खंडवा, खरगोन, देवास, बुरहानपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और सतना के कलेक्टर मौजूद नहीं थे।

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