प्रज्ञा ठाकुर के पक्ष में प्रचार के लिए बीजेपी नेता ने लगाई ये शर्त
मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की नेता फातिमा रसूल ने कि वह साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के पक्ष में तभी चुनाव प्रचार करेगी अगर भोपाल सीट से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर उतरी साध्वी अपने उस बयान के लिए माफी मांगती हैं जो उन्होंने मुस्लिम और पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को लेकर दिए थे।
प्रज्ञा कांग्रेस उम्मीदवार और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनावी मुकाबले में उतरीं हैं। सात चरणों में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 12 मई को भोपाल संसदीय सीट पर चुनाव होना है।
प्रज्ञा ने करकरे पर बयान देकर राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया था। वह 2008 में मुंबई आतंकी हमले के दौरान मुकाबला करते हुए शहीद हो गए थे। प्रज्ञा ने कहा था कि उन्होंने करकरे की मौत से ठीक एक महीने पहले ‘श्राप’ दिया था। लेकिन, अपने बयानों की चौतरफा आलोचनाओं में घिरी देख प्रज्ञा ने अपने बयान वापस ले लिए। उन्होंने कहा कि ऐसा बयान मालेगांव ब्लास्ट केस में गिरफ्तार के बाद किए गए टॉर्चर के चलते दिया था।
भारतीय जनता पार्टी ने प्रज्ञा के इस बयान से खुद को किनारा करते हुए कहा कि वह करकरे को शहीद मानती है और यह उनका व्यक्तिगत बयान है। बीजेपी ने कहा- ‘जिस तरह का टॉर्चर मानसिक और शारीरिक तौर पर किया गया इसकी पीड़ा के चलते उन्होंने यह बयान दिया होगा।’
2008 में हुए मालेगांव बम विस्फोट में छह लोग मारे गए थे जबकि 100 से ज्यादा घायल हुए थे। इस केस में प्रज्ञा समेत सात लोगों को आरोपी बनाया गया था। करकरे उस जांच की अगुवाई कर रहे थे और उस विस्फोट में जिस मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया गया वह प्रज्ञा ठाकुर के नाम से रजिस्टर्ड