पीएम की भोपाल यात्रा से पहले कई अधूरे काम पूरे …..
सात दिन में चकाचक हो गई 10 किमी सड़कें और 2000 लाइटें भी कर दीं रिपेयर…..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक दिवसीय भोपाल यात्रा की तैयारी के लिए 7 दिन के अंदर शहर की 10 किलोमीटर सड़कें चकाचक हो गईं। 6 नवंबर से सड़कें बनाने का काम शुरू हुआ और 13 नवंबर तक इसे पूरा कर लिया गया। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री की भोपाल यात्रा की जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अमला सक्रिय हुआ। जंबूरी मैदान और रानी कमलापति स्टेशन पर उनके कार्यक्रम तय होने पर खास तौर से इस पूरे क्षेत्र की सड़कों को दुरुस्त करने का निर्णय हुआ।
दीपावली से पहले हुई एक बैठक में भेल प्रबंधन ने सड़कों का निर्माण करने में असमर्थता जताई। उनका तर्क था कि पिछले कुछ सालों से सड़क निर्माण बंद होने के कारण उनके पास ऐसी कोई एजेंसी नहीं है जो तुरंत सड़कें बना दे। इस पर कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अन्ना नगर से जंबूरी मैदान और आसपास की सड़कें बनाने का काम पीडब्ल्यूडी से करने को कहा और बोर्ड ऑफिस चौराहा से बागसेवनिया तक की सड़कें निगम को दुरुस्त करने को कहा गया। इसके बाद निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी और पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के सक्रिय हुए।
30 किमी में सजावट: एयरपोर्ट से रानी कमलापति स्टेशन तक रखवाए प्लांटर
एयरपोर्ट से रानी कमलापति स्टेशन तक सेंट्रल वर्ज और साइड वर्ज पर 5000 प्लांटर रखवाए हैं। हर जोन के सब इंजीनियर और सुपरवाइजर के साथ लगभग 400 लोगों का अमला पिछले 8 दिन से इस काम में लगा हुआ है।
रात में रोशन रास्ते: 5 दिन में स्टेशन से लेकर जंबूरी तक सब जगमग
पीएम की यात्रा के पहले शहर के वो रास्ते भी रोशन हो गए जहां कभी अंधेरा हुआ करता था। निगम ने पांच दिन में रेलवे स्टेशन से लेकर जंबूरी मैदान तक की करीब 2 हजार एलईडी को भी दुरुस्त किया है। इस काम में दो हाइड्रोलिक मशीन पूरे समय तैनात रही।
यह सड़कें बन गईं : अन्ना नगर से अवधपुरी चौराहा, बागसेवनिया थाने से गणेश मंदिर, बोर्ड ऑफिस से बाग सेवनिया, सावरकर सेतु से बाग मुगालिया।