पुलिस नहीं कर सकी कियोस्क सेंटर से लूट का खुलासा …..भिंड के मालनपुर में 20 दिन पहले बदमाशों ने कियोस्क सेंटर संचालक से लूटे थे ढाई लाख, आरोपियों तक नहीं पहुंंच सकी पुलिस
भिंड जिले के औद्योगिक कस्बा मालनपुर में 27 अक्टूबर को कुछ बदमाशों ने कियोस्क सेंटर संचालक से मारपीट कर ढाई लाख रुपए की रकम लूटी थी। यह घटना के बाद पूरे दिन पुलिस पड़ताल में जुटी रही थी। फिर छह घंटे बाद फरियादी की रिपोर्ट दर्ज हो सकी थी। यह घटना हुए अब 20 दिन बीत गए। पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है।
उल्लेखनीय है कि 27 अक्टूबर को कमल कियोस्क सेंटर संचालक अमित शर्मा और उसका भाई चंद्रभान शर्मा बैठे थे। भाई किसी काम से तीन लाख रुपए घर से लाया आया था। फरियादी ने पुलिस को बताया था कि दोपहर करीब पौने बारह बजे कुछ बदमाश दुकान के अंदर आ गए। जिन्होंने चेहरा बांध रखे थे। इसके अलावा कुछ बाहर खड़े रहे। दुकान के अंदर आए बदमाशों ने सिर पर कट्टा अड़ाया और रकम लूट ले गए। इस दौरान बदमाशों ने मारपीट भी की थी।
बदमाश लूट की वारदात के बाद ग्वालियर की ओर भागे। यह सूचना पर मालनपुर पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद गोदह एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी भी मौके पर आए गए। आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो एक अलटो कार आई और उसमें से चार युवक चेहरा बांधकर कियोस्क सेंटर में प्रवेश हुए। यह कार पर नंबर प्लेट नहीं थी। कुछ युवक कियोस्क सेंटर के बाहर खड़े हुए थे। लुटेरे, लूट की वारदात के बाद ग्वालियर की ओर भागे।
पुलिस ने आरोपियों की तलाश की ढीली
इस मामले में पुलिस मामले को पहले दिन से संदिग्ध मानकर चल रही है। इस मामले में पुलिस ने जब आसपास के सीसीटीवी कैमरे देखे तो कार आना। चेहरा बांधे हुए लोगों का कियोस्क सेंटर के अंदर जाना कुछ ही मिनटों में फिर आना दिखा। इसके बाद पुलिस को टोलप्लाजा पर बदमाशों की तलाश करने में असफल रही। यहां भी कार दिखी परंतु बदमाश बिना टैक्स दिए निकले। इसलिए कोई खास सफलता हासिल नहीं हो सकी।
जांच के यह बिंदु महत्वपूर्ण
लूट की वारदात के समय एक बिना नंबर की कार का उपयोग किया गया है। यह सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुआ है। सीसीटीवी कैमरे में दिख रहा है।
- वारदात के समय कार का उपयोग किया गया है उस पर तीन पहिया पर व्हीलकवर है। एक पहिया पर व्हील कवर नहीं है।
- सीसीटीवी कैमरे में कार पर पॉल्यूशन कार्ड लगा हुआ दिख रहा है। इसके अलावा फास्ट टैग भी लगा है (जोकि पुराना होने से टोलप्लाजा पर अनुपयोगी रहा था।)
मालनपुर पुलिस को यह वारदात के समय सीसीटीवी कैमरे में कार ग्वालियर की तरफ से आना और वारदात के बाद ग्वालियर की ओर जाना रिकॉर्ड हुआ है। पॉल्यूशन कार्ड और फास्ट टैग कार्ड पर दर्ज नंबर के आधार पर पुलिस कार के रजिस्ट्रेशन नंबर पढ़ सकती है। इसके बाद कार मालिक यानी आरोपियों तक पहुंच सकती है।
पुलिस जल्द करेगी खुलासा
इस मामले में एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी का कहना है कि पुलिस इस मामले की तहकीकात में लगी है। जल्द ही आरोपियों को पुलिस पकड़ लेगी और मामले का खुलासा करेगी।