पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियां बंद हो जाएंगी क्या? जानिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने क्या कहा
नितिन गडकरी ने कहा कि, ‘मैं अगले महीने एक कार खरीदने वाला हूं, जो हाइड्रोजन से चलेगी. भविष्य हाइड्रोजन ईंधन का ही है.’
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती हुई कीमतें और इनसे बढ़ते हुए प्रदूषण की वजह से इलेट्रिक वाहनों (Electric Vehicle) की मांग तेजी से बढ़ रही है. भारत सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों को भरपूर प्रोत्साहन दे रही है. इस तरह पुरानी गाड़ियों और पारंपारिक ईंधनों से चलने वाली गाड़ियों पर निर्भरता कम करने के लिए सरकार द्वारा नए नियम और कानून बनाए गए हैं. व्हीकल स्क्रैप पॉलिसी भी लागू है. इथेनॉल को वैकल्पिक ईंधन के तौर पर अपनाए जाने पर भी जोर-शोर से काम शुरू है. ऐसे में यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि क्या आने वाले समय में पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों को सरकार बैन कर देगी? केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस बारे में सरकार की नीति स्पष्ट की है. इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (ICC) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियां बंद तो नहीं होंगी लेकिन भविष्य इलेक्ट्रिक व्हीकल का भी नहीं, बल्कि हाइड्रोजन (Hydrogen Fuel) से चलने वाली कारों का है.
नितिन गडकरी इस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि,”सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों और वैकल्पिक ईंधनों को प्रोत्साहन दे रही है, लेकिन पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन बंद नहीं होगा. ज्वलनशील और पारंपारिक ईंधनों पर चलने वाले वाहनों पर बैन नहीं लगाया जाएगा. यह ठीक है कि सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दे रही है. इसके अलावा इथेनॉल, बायो-एलएनजी और अन्य ग्रीन एनर्जी के अधिक से अधिक इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है लेकिन किसी तरह की कोई जबर्दस्ती या इन्हें अनिवार्य करने का दबाव डालने की आवश्यकता नहीं है.”
‘लेकिन मैं खरीदने जा रहा हूं हाइड्रोजन ईंधन से चलने वाली कार’
नितिन गडकरी ने कहा कि, ‘मैं अगले महीने एक कार खरीदने वाला हूं, जो हाइड्रोजन से चलेगी. भविष्य हाइड्रोजन ईंधन का ही है. साथ ही हमारी यह भी कोशिश है कि विमानों के ईंधन में 50 फीसदी इथेनॉल का इस्तेमाल क्या जाए. ‘
‘जल्दी ही इलेक्ट्रिक से चलने वाली गाड़ियां (EV) सस्ती होंगी’
कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने यह जानकारी दी कि भविष्य में इलेक्ट्रिक और वैकल्पिक ईंधनों से चलने वाली गाड़ियां सस्ती होंगी. उन्होंने कहा कि, ‘देश में 250 स्टार्टअप कंपनियां ई-वाहनों पर काम कर रही हैं. इस वजह से जल्दी ही इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें कम होंगी. इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है. आने वाले कुछ समय में इलेक्ट्रिक वाहनों और पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों की कीमतें एक जैसी हो जाएंगी.’