कांग्रेस नेता राशिद खान बोले- अपने बयान पर कायम हूं, रिजवी का सिर लाने वाले को दूंगा 25 लाख
डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उनके नए नाम की घोषणा कि और कहा कि रिजवी को अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के नाम से जाना जाएगा. धर्म परिवर्तन के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिमों ने उन्हें समुदाय से निष्कासित कर दिया है और वह कोई भी धर्म चुन सकते हैं.
कांग्रेस नेता रशिद खान (Rashid Khan) ने यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) का सिर लाने वाले को 25 लाख रुपए इनाम देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि वो इनाम देने वाले अपने पुराने बयान पर कायम हैं. इसी के साथ उन्होंने रिजवी पर इस्लाम (Islam) को लेकर गलत बयानबाजी करने का आरोप लगाए है. वसीम रिजवी धर्म परिवर्तन (Religion Conversion) कर हिंदू धर्म अपना चुके हैं. वसीम रिजवी इस्लाम को लेकर दिए गए कई बयानों के कारण विवादों में फंस चुके हैं.
राशिद खान ने कहा कि वो हिंदुस्तान के हर मजहब का सम्मान करते हैं. उन्होंने सवाल किया कि अगर भगवान राम के लिए कोई ऐसा बयान देता है, तो आप सहते क्या? कांग्रेस नेता ने कहा कि रिजवी जैसे लोग मजहब के नाम पर जहर उगल रहे हैं. उन्होंने यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष को सबक सिखाए जाने की बात कही है.
डासना देवी मंदिर में किया धर्म परिवर्तन
रिजवी ने सोमवार को डासना के देवी मंदिर में हिंदू धर्म अपना लिया. समारोह के दौरान रिजवी ने श्लोकों का उच्चारण किया. मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उनके नए नाम की घोषणा कि और कहा कि रिजवी को अब जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी के नाम से जाना जाएगा. धर्म परिवर्तन के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिमों ने उन्हें समुदाय से निष्कासित कर दिया है और वह कोई भी धर्म चुन सकते हैं. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म दुनिया में सबसे अच्छा है. मुसलमान, हिंदुओं के घर जलाते थे.
मैं अपने बयाव पर कायम हूं
खान ने कहा कि मैंने वसीम रिजवी पर जो आठ महीने पहले बयान दिया था, जो भी वसीम रिजवी का सिर लाकर देगा, मैं उसे 25 लाख इनाम दूंगा. मैं अपने बयान पर कायम हूं. उन्होंने कहा कि जब भी कोई शख्स हमारे धर्म के बारे में गलत बयान बाजी करता है, तो सच्चा मुसलमान किसी की भी जान कलम कर सकता है. उन्होंने आरोप लगाए है कि रिजवी लगातार गलत बयानबाजी कर रहे हैं
इससे पहल रिजवी ने इस साल उस समय विवाद खड़ा कर दिया था. जब उन्होंने कुरान से 26 आयत हटाए जाने के अनुरोध के साथ हाईकोर्ट का रुख किया था. रिजवी ने आरोप लगाया था कि इनसे आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है. वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष ने जोर दिया कि उनके परिवार के सदस्य हिंदू धर्म अपनाने के लिए स्वतंत्र है और अगर वे ऐसा करते हैं तो उनका स्वागत है.