ग्वालियर …. एंटी माफिया मुहिम …. शातिर बदमाश संतोष का मकान तोड़ा, प्रशासन ने 1 करोड़ कीमत बताई, इंदरगंज थाने में ही 51 केस दर्ज
- धोबी घाट पर 6000 वर्गफीट सरकारी जमीन पर बना लिया था तीन मंजिला मकान
जिला प्रशासन ने एंटी माफिया मुहिम के तहत शातिर बदमाश संतोष उर्फ नेहरू वाल्मीकि का सरकारी पहाड़ी पर घेर कर बनाया गया मकान 2 जेसीबी मशीन लगाकर तोड़ दिया। गेंडेवाली रोड स्थित धोबी घाट पर नेहरू वाल्मीकि ने लगभग 6000 वर्गफीट सरकारी जमीन को घेरकर तीन मंजिला मकान बना लिया था। एक मंदिर का भी निर्माण कर लिया था।
प्रशासन को इन अवैध निर्माण को तोड़ने में 4 घंटे का वक्त लगा, लेकिन फिर भी पूरी तरह से नहीं तोड़ पाए क्योंकि ऐसा करने पर आसपास के मकानों पर मलबा गिरने का डर था। एसडीएम अनिल बनवारिया ने घेरी गई सरकारी जमीन की कीमत लगभग एक करोड़ रुपए बताई है।
कार्रवाई की शुरुआत में नेहरू वाल्मीकि के परिजनों ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन एसडीएम ने उनको बताया कि उनके परिवार को इस कार्रवाई की सूचना पटवारी के जरिए 1 दिन पहले दे दी थी इसलिए कोई मोहलत नहीं दी जाएगी। एसडीएम ने बताया जिस शातिर बदमाश के मकान को तोड़ने की कार्रवाई की गई, वह इस समय भी शराब की तस्करी के मामले में फरार चल रहा है और इंदरगंज थाना पुलिस उसको तलाश कर रही है। गेंडेवाली रोड स्थित धोबी घाट पर बदमाश द्वारा सरकारी जमीन पर बने मकान को तोड़ती जेसीबी। दूसरे फोटो में दीवार तोड़ते कर्मचारी।
28 साल से एक ही थाना क्षेत्र में नेहरू पर हत्या से अड़ी बाजी तक के केस हैं दर्ज
28 साल से इंदरगंज थाना क्षेत्र में है नेहरू वाल्मीकि लगातार अपराध कर रहा था। पहली बार उस पर मुकदमा वर्ष 1993 में दर्ज हुआ था और आखरी बार जुलाई 2021 में मुकदमा दर्ज हुआ। वर्ष 2006 में जिला बदर भी किया गया। इंदरगंज थाना में नेहरू पर हत्या, हत्या का प्रयास,अड़ी बाजी, शराब तस्करी, हथियार तस्करी, विस्फोटक एक्ट, अवैध वसूली धमकाना, मारपीट करना आदि 51 मामले दर्ज हैं। वर्तमान में शराब की तस्करी के मामले में फरार चल रहा है।
रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में बाधक बन रहे मंदिर को तोड़ा
तानसेन नगर से रेस कोर्स रोड तक बन रहे रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में बाधक बन रहे एक मंदिर को प्रशासन ने तोड़कर हटाया और उसमें रखी माता की मूर्तियों को पास में स्थित एक दूसरे मंदिर में रखवाया दिया है।