55 सीटों पर प्रचार की रेस में अव्वल BJP .. योगी ने 37 सभाएं कीं, प्रियंका ने किए 15 दौरे; शाह की हर कमिश्नरी पर दस्तक, अखिलेश ने कीं 10 सभाएं
दूसरे चरण की 55 सीटों को फतह करने के लिए प्रचार के मामले में भाजपा अव्वल रही है। भाजपा ने प्रचार में पूरी ताकत झोंकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 55 सीटों के लिए 37 सभाएं कीं। उनके दोनों डिप्टी सीएम केशव मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा भी कमोबेश हर सीट पर मतदाताओं का दरवाजा खटखटाने पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह ने भी हर कमिश्नरी पर सभाओं और रोड शो के जरिए वोटरों के दर पर दस्तक दी।
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह तक इन 55 सीटों के लिए पूरी शिद्दत से प्रचार में जुटे रहे। दूसरी तरफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल जनसभाओं के जरिए वोटरों और पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद किया।
प्रचार में प्रियंका दूसरे नंबर पर रहीं
प्रचार की बात करें तो विपक्षी दल भाजपा के सामने कहीं नहीं टिकते। प्रचार के मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दूसरे नंबर पर रहीं। मुरादाबाद सहित कुछ जिलों में प्रियंका ने डेढ़ महीने में दो- दो सभाएं और रोड शो किए। प्रियंका ने दूसरे चरण की 55 सीटों पर कुल 15 जनसभाएं और रोड शो किए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 10 जनसभाएं ही की। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती इन 55 सीटों के लिए महज 3 जनसभाएं ही कर सकीं। जबकि भाजपा की बात करें तो सभी टॉप प्रचारकों ने पूरी ताकत झोंके रखी। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और चुनाव प्रभारी समेत संगठन से जुड़े पदाधिाकारियों ने भी ताबड़तोड़ दौरे करके कार्यकर्ताओं में जान फूंकने की कोशिश की।
प्रचार के मामले में फिसड्डी साबित हुईं मायावती
प्रचार के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती फिसड्डी साबित हुईं। हालांकि उन्होंने अमरोहा में अपनी जनसभा में मंच से इसकी वजह भी अपने समर्थकों को बताई। मायावती ने कहा था कि सीमित संसाधनों की वजह से वह भाजपा की तरह तूफानी प्रचार नहीं कर पा रही हैं। बसपा सुप्रीमो का कहना था कि भाजपा, सपा और कांग्रेस के पास भरपूर पैसा है, इसलिए वह आंख मूंदकर प्रचार पर रकम लुटा सकते हैं। लेकिन बसपा अपने सीमित संसाधनों में प्रचार करेगी। मायावती दूसरे चरण की 55 सीटों के लिए कुल तीन ही जनसभा कर पाईं।
अखिलेश ने 10 सभाएं कीं, लेकिन मुरादाबाद नहीं आए
अखिलेश यादव ने दूसरे चरण की 55 सीटों के लिए कुल 10 जनसभाएं कीं। लेकिन सपा का गढ़ कहे जाने वाले मुरादाबाद में वह पार्टी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने नहीं पहुंचे। 2012 में सपा ने मुरादाबाद की सभी 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। 2017 में भाजपा की आंधी में भी मुरादाबाद जिले ने सपा का भरपूर साथ दिया था। 2017 में भी सपा ने जिले की 6 में से 4 सीटों पर जीत दर्ज करके साइकिल का जलवा यहां बरकरार रखा था।
दो सीटों की आस में दो बार आईं प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को मुरादाबाद जिले से दो सीटें जीतने की आस जगी है। इसलिए वह डेढ़ महीने में 2 बार मुरादाबाद आईं। प्रियंका ने दूसरे चरण की सीटों पर कुल 15 जनसभाएं और रोड शो किए, इनमें से एक सभा और एक रोड शो मुरादाबाद में किया। दरअसल, प्रियंका गांधी को मुरादाबाद की शहर और देहात सीट से बड़ी उम्मीदें हैं।
मुरादाबाद देहात सीट से सपा के सिटिंग MLA हाजी इकराम कुरैशी कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव मैदान में हैं। जबकि शहर सीट से इकराम के भतीजे हाजी रिजवान कुरैशी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। रिजवान कुरैशी मेयर का चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें उस चुनाव में करीब 74000 वोट मिले थे। कांग्रेस को इन दोनों प्रत्याशियों से काफी उम्मीदें हैं। इसलिए प्रियंका यहां दो बार जनसभा करने आईं।