जब चौकी इंचार्ज को कुर्सी पर बैठाकर खुद खड़े रहे डीजीपी ओपी सिंह

उत्तरप्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह अक्सर कानून व्यवस्था और सुरक्षा  व्यवस्था के  मुद्दों पर पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत देते नजर आते हैं ।लेकिन प्रदेश के मुखिया की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसे देखकर आप भी कहेंगे कि किसी भी प्रदेश का मुखिया हो तो ऐसा । जो एक मिसाल के रूप में सबके लिए आदर्श प्रस्तुत कर रहे हैं। वो जानते हैं कि एक मुखिया को कहां सख्त होना है  चाहिए और कहां सॉफ्ट। जीहां डीजीपी ओपसिंह जहां अपने अधीनस्थों के लिए सख्त रवैया इतिख्यार करते हैं वहीं उन्हे सम्मान देने से भी गुरेज नहीं करते  लखीमपुर खीरी में भी  कुछ ऐसा ही नजारा सामने आया जब डीजीपी ओपी सिंह ने खुद चौकी इंजार्ज को कुर्सी पर बैठाकर मान –सम्मान से नवाजा और और खुद खड़े होकर दरियादिली दिखाते हुए फोटो खिंचवाई । और दिखा दिया कि अगर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सबसे पहले पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाना जरूरी है और इसके इसलिए आपसी दायरा कम करना होगा और इसे प्यार और सम्मान में तब्दील करना होगा ताकि हर पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी सम्मानित तरीके से कर्मठ होकर करे।

जानिए पूरा मामला

जी हां यूपी के डीजीपी ओपी सिंह किसी तारीफ के मोहताज नहीं प्रदेश की कानून वयवस्था को लेकर उनके प्रदेश भर के दौरे और उन दौरों में  अपने अधीनस्थ कार्यकरने वाले पुलिस अधिकारियों,पुलिसकर्मियों को दिशा निर्देश देते हुए हर रोज देखा जाता है। लेकिन इस बीच डीजीपी की ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसमें वो एक मिसाल पेश कर रहे हैं एक सीख भी दे रहे हैं कि आपको पहले अपने मातहतों का दिल जीतना होगा फिर उनसे कार्य लेना होगा । और मान- सम्मान देकर  ही प्रदेश की तस्वीर बदलनी होगी। मामला था लखीमपुरखीरी में नई पुलिस चौकी गेट उद्घाटन का ।प्रदेश के डीजीपी  ओपी सिंह नई पुलिस चौकी गेट का उद्घाटन करने पहुंचे थे इस दौरान ,एसपी लखीमपुर खीरी श्रीमति पूनम और जिलाधिकारी लखीमपुर भी मौजूद रहे। उद्घाटन के बाद ऐसी  तस्वीर सामने आई जिसमें प्रदेश पुलिस के मुखिया अपने अधीनस्थों को मान-सम्मान देते दिखाई दिए । यहां डीजीपी ओपी सिंह ने चौकी  इंजार्ज को सम्मानित करते हुए कुर्सी पर बैठाया और खुद खड़े होकर फोटो खिंचवाई ।
 

डीजीपी अपने अधीनस्थों का करते हैं मान-सम्मान

तस्वीर जैसे ही वायरल हुई हर कोई डीजीपी का कायल हो गया । बतादें कि यूपी में क्राइम जिस तरह पैर पसार रहा है ऐसे में थाने और चौकी की व्यस्थाओं को सुधारने की कवायद शुरू कर दी गई है। इस कड़ी में प्रदेश के हर जिले के हर थानेदारों और चौकी इंजार्जों को हिदायत दी गई है कि फरियादियों की थाने में ही शिकायत सुनी जाए । और उनका वहीं निस्तारण किया जाए। डीजीपी भली भांति जानते हैं कि एक प्रदेश मुखिया होने के नाते उनकी प्राथमिकता है क्या है इसलिए वो हर स्तर पर ऐसा प्रयास कर रहे हैं जिससे प्रदेश की पुलिस अपनी कार्यकुशलता को सही दिशा में ले जाए और प्रदेश को अपराध मुक्त बनाया जाए। 

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