नोएडा में टूट सकता है घरों का सपना … मटीरियल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी, बिल्डर्स रोक सकते हैं कंस्ट्रक्शन; लटक गया 2 लाख होम बायर्स का आशियाना

गौतम बुद्ध नगर में करीब 2 लाख फ्लैट बायर्स के सपनों का आशियाना अधर में फंस गया है। इसकी वजह लगातार बढ़ रहा कंस्ट्रक्शन मटेरियल रेट है। क्रेडाई (कॉन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) ने भी अपने बयान में यह कह दिया है, संगठन के सभी सदस्य निर्माण कार्य रोकने की तैयारी कर रहे हैं। इसकी वजह सीमेंट, स्टील सहित सभी कच्चे माल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी का होना है। ऐसे में निर्माण लागत भी करीब 500 रुपए प्रति स्क्वॉयर फीट बढ़ गई है। इस कारण समय से घर बनाकर दे पाना अब उनके लिए मुश्किल हो गया है।

नोएडा में 36 हजार और ग्रेटर नोएडा में 1.50 लाख फ्लैट अधूरे
नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट की बात की जाए तो नोएडा में करीब 36 हजार फ्लैट बायर्स हैं, जिनके फ्लैटों का काम अधूरा है। इसी तरह ग्रेनो वेस्ट में करीब 1.50 लाख फ्लैट अधूरे हैं। बाकी फ्लैट ग्रेटर नोएडा की बिल्डर परियोजनाओं में अधूरे हैं। रेरा में सभी प्रोजेक्ट की डेड लाइन तय है, लेकिन अब क्रेडाई अपने हाथ खड़े कर रही है। वह जल्द ही रेरा के समक्ष जा सकते हैं।

नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार।
नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार।

बिल्डर बना रहे सिर्फ बहाना
नोएडा में बायर्स से जुड़ी संस्था नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया, यहां रियल स्टेट में 2009-10 में बूम आया। बिल्डरों को जमीन अलॉट की गई। बिल्डरों को 2014-15 में बायर्स को पजेशन देना था। बायर्स ने फ्लैटों की कुल लागत का करीब 95 प्रतिशत पैसा बिल्डर को दे दिया है। ऐसे में 2 साल से कोरोना और अब कंस्ट्रक्शन कास्ट का बहाना बनाकर ये लोग फ्लैटों को और डिले करना चाहते हैं।

वाइस प्रेसिडेंट क्रेडाई और सीएमडी मनोज गौड़।
वाइस प्रेसिडेंट क्रेडाई और सीएमडी मनोज गौड़।

कीमतों में हुई बेतहाशा वृद्धि

वाइस प्रेसिडेंट क्रेडाई और सीएमडी मनोज गौड़ ने बताया, कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि चिंताजनक है। महामारी ने पिछले 2 वर्षों से पहले ही कई परियोजनाओं को रोक दिया है। अब कीमतें डेवलपर्स की सामर्थ्य से परे हैं। स्टील की कीमतें 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई हैं और अन्य कच्चे माल में इनपुट लागत में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। हम समय सीमा के भीतर परियोजनाओं को वितरित नहीं कर पाएंगे और यह ग्राहक-डेवलपर संबंध को भी नुकसान पहुंचाएगा।

एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा
एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा

घरों की डिलीवरी बुरी तरह प्रभावित होगी

एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया, एनसीआर में रियल एस्टेट डेवलपर्स निर्माण स्थलों पर काम रोकने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि कच्चे माल की कीमतों में पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से वृद्धि हुई है। इसके परिणामस्वरूप निर्माण लागत में भारी वृद्धि हुई है। हम सभी सरकारी एजेंसियों से इस मामले पर तत्काल ध्यान देने का अनुरोध करते हैं, क्योंकि इससे घरों की बिक्री मूल्य में वृद्धि होगी। इससे घरों की डिलीवरी बुरी तरह प्रभावित होगी।

गुलशन होम्ज के निदेशक दीपक कपूर।
गुलशन होम्ज के निदेशक दीपक कपूर।

गुलशन होम्ज के निदेशक दीपक कपूर ने बताया, कच्चे माल की कीमतें पिछले दो से तीन महीनों में उच्च स्तर पर हैं। युद्ध के प्रभाव के कारण स्थिति और खराब हो गई है।इस स्थिति ने डेवलपर्स को निर्माण स्थलों पर काम रोकने के लिए मजबूर किया है। यह NCR रियल एस्टेट मार्केट को भी प्रभावित करेगा।

कंस्ट्रक्शन के लिए जरूरी माल जनवरी मार्च
सीमेंट 365 रुपए प्रति बोरी 410 रुपए प्रति बोरी
सरिया 50 से 52 रुपए प्रति किलो 85 रुपए प्रति किलो
ईंट 5000 रुपए (1000 ईंट) 6400 रुपए (1000 ईंट)
तार 65 रुपए प्रति किलो 100 रुपए प्रति किलो

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