ग्वालियर … अब सरकार खुद चला सकती है शराब दुकानें ! 371 में सिर्फ 162 ही नीलाम

आबकारी विभाग ने 9 फीसदी कम में नीलाम की दुकानें….

ग्वालियर। आबकारी विभाग ने शराब दुकानों को नीलाम करने के लिए बीच का रास्ता निकाल लिया है। प्रदेश के अन्य जिलों में जहां रिर्जव प्राइज रेट से कम में टेंडर डाले गए थे उनको स्वीकार कर लिया है। करीब नौ फीसदी कम में आबकारी विभाग ने दुकानों को नीलाम किया है। अब विभाग को आशा है कि सिंगल ग्रुप के बड़े ठेकेदार नीलामी में शामिल होंगे। ग्वालियर-चंबल अंचल की कुल 371 दुकानों में से सिर्फ 162 दुकानें ही अब तक नीलाम हो सकी है। इन दुकानों से रिजर्व प्राइज रेट का आधा ही राजस्व ही मिला है। छठवें दौर के ई- टेंडर अब 25 मार्च को शाम 4 बजे खोले जाएंगे।

आउटसोर्स कर्मचारियों की नियुक्तियां करने पर विचार

यदि एक अप्रैल से सरकार को खुद शराब बेचना पड़ी तो सबसे बड़ी समस्या स्टाफ की आएगी। क्योंकि आबकारी विभाग खुद ही कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। इसलिए इस संबंध में भी निर्देश जारी किए गए है कि यदि सरकार शराब बेचेगी तो आउटसोर्स कर्मचारियों की नियुक्तियों की तैयारी रखें।

7,52,1609326 रुपए का राजस्व ही आया अब तक

ग्वालियर-चंबल अंचल की 371 दुकानों का रिर्जव प्राइज रेट 15,87,8277414 रुपए रखा गया था, लेकिन अब तक सिर्फ 162 दुकानों ही नीलामी हो जिनसे अभी तक 7,52,1609326 रुपए का राजस्व ही प्राप्त हो सकता है, जो करीब आधार है। अब नए ठेकेदार आने की संभावना नहीं है, इसलिए अब आबकारी विभाग अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए तैयारी में जुटा है।

सरकार खुद चला सकती है शराब दुकानें

अब जिन नए ठेकेदारों ने दुकानों को खरीदा है वे एक अप्रैल से दुकानें शुरू करेंगे, लेकिन स्थिति यह है कि आधी दुकानें किसी ने ली नहीं है, इसलिए अब सरकार ने अंदर ही अंदर खुद शराब शुरू कर दी है। सभी संभागों में आबकारी अधिकारियों को तैयारी करने के निर्देश दे दिए गए है और 31 मार्च तक सभी स्टॉक क्लीयर करने को कहा है।

इन जिलों में रिर्जव प्राइज से कम में उठी दुकानें

आबकारी विभाग ने बैतूल, खंडवा, दतिया, दुकानों को चलाने की तैयारी विदिशा, देवास, सिंगरौली, जबलपुर आदि जिलों की दुकानों को करीब 9 अब आबकारी विभाग यह फामूर्ला अन्य जिलों में लागू कर सकता है।

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