बिहार: AES से बच्चों की मौत पर विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना, बीजेपी कर रही बचाव
पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले सहित करीब 20 जिलों में एक्यूट इंसेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) या चमकी बुखार से 169 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है और अभी भी बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं लेकिन इस पर पीएम मोदी द्वारा जिक्र नहीं किए जाने पर राजनीतिक पार्टियों भी बयान दिया है.
पीएम मोदी की चुप्पी पर एनडीए की सहयोगी पार्टी जेडीयू के नेता नेता इकबाल हैदर ने कहा है कि अगर पीएम ने मुजफ्फरपुर पर कुछ नहीं कहा है तो ये दुखद है. एक बिहारी होने के नाते मुझे इस बात की तकलीफ है और उन्हें मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत पर बोलना चाहिए था.
वहीं, कांग्रेस नेता प्रोफेसर उमाकांत सिंह ने कहा है कि जिस तरह सरकार और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बच्चों की मौत हुई है वो दुखद है और प्रधानमंत्री को इस पर बोलना चाहिए था. पीएम हर बात पर अपनी राय जाहिर करते हैं लेकिन इस बात पर चुप्पी लोगों को हैरत करता है.
हम नेता उपेंद्र प्रसाद ने कहा है कि पीएम संवेदनहीन हैं. एक तरफ बच्चों की मौत हुई है और दूसरी तरफ एक शब्द बोलना तक उचित नहीं समझते हैं. बिहार के बगल में झारखंड में योग करते हैं. अब चुंकि बिहार में हाल फिलहाल में कोई चुनाव नहीं है लिहाजा वो इस पर नहीं बोलेंगे.
वहीं, बीजेपी पीएम का बचाव किया है और डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रही है. बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा है कि अब सुप्रीम कोर्ट इसका संज्ञान ले रहा है. पीएम संवेदनशील इंसान हैं इसलिए उन्होंने इस पर कुछ भी नहीं कहा है.