किन्नर-कल्याण-बोर्ड की उपाध्यक्ष सोनम चिश्ती का इंटरव्यू …..
कहा- समाज के विकास के लिए सरकार से मांगे हैं 200 करोड़, हम चाहते हैं अच्छा भविष्य…..
किन्नर समाज से भी बच्चे IAS-IPS, पायलट और डॉक्टर बन सकते हैं। बस उन्हें सही दिशा देने की जरूरत है। सीएम योगी आदित्यनाथ समाज के सभी धर्म के लोगों को लेकर संवेदनशील है। इसलिए हमारी ओर से 200 करोड़ के बजट की मांग उनसे की गई है। ये कहना है उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोनम चिश्ती का।
वह देश की पहली किन्नर हैं, जो किसी राज्य में बनाए गए कल्याण बोर्ड से राज्यमंत्री बनाई गईं हैं। उन्होंने कहा कि जो पैसों की मांग की गई है, उसका फायदा बुजुर्ग हो चुके महिला-पुरुष को होगा। उन्हें 60 साल की उम्र के बाद पेंशन दी जाएगी। आगे कई योजनाएं भी है, जिनका फायदा उन्हें मिलेगा। पढ़िए
सवाल : आपने 200 करोड़ का जो बजट मांगा है, उससे क्या करने वाली हैं?
जवाब : बजट मिलने के बाद किन्नर समाज के रोजगार के लिए करीब 50 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा इलाज पर 50 करोड़ और 60 साल के बाद पेंशन व्यवस्था पर 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
सवाल : क्या यह बोर्ड पहली बार गठित किया गया, इसमें क्या सच्चाई है?
जवाब : जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब हमने मांग की थी। तब अखिलेश यादव ने अनसुना कर दिया। इसके बाद जब CM योगी को इस बात से अवगत कराया तो उन्होंने बोर्ड का गठन किया। अब हम अपनी समाज के सभी समस्याओं के लिए मदद करेंगे। इसके अलावा दलित, वंचित समाज के लोगों की पूरी मदद करुंगी।
सवाल : यूपी में किन्नर समाज के कितने लोग हैं कोई आंकड़ा है?
जवाब : अब जल्द ही जिले वार गणना कराऊंगी। यूपी में किन्नरों की संख्या 5 लाख के करीब है। सभी ने इस बार भाजपा को वोट और सपोर्ट किया है। हमने रथ यात्रा भी निकाली थी। कल्याण बोर्ड के अलावा हमारे पास भाजपा में भी जिम्मेदारी है।
5 महीने पहले हुआ था गठन
9 अगस्त 2021 को यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश किन्नर विकास बोर्ड का गठन कर सोनम चिश्ती को बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया था। समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव हिमांशु कुमार ने बुधवार को बोर्ड गठन का आदेश जारी कर दिया। बोर्ड में प्रयागराज की कौशल्या नंद गिरी (टीना मां), गोरखपुर की किरन बाबा, जौनपुर की मधु (काजल) और कासगंज के मोहम्मद आरिफ पूजा को बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है।