व्हिसल ब्लोअर आनंद राय की कोर्ट पेशी …. दिल्ली से गिरफ्तार कर भोपाल लाई पुलिस, MP-TET के पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल मामले में दर्ज कराया गया था केस
व्यापमं के व्हिसल ब्लोअर डॉक्टर आनंद राय की गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच की टीम उन्हें दिल्ली से लेकर भोपाल लाई। यहां उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले उन्हें मेडिकल जांच के लिए जेपी हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां ईसीजी नहीं कराने पर उन्होंने विरोध जताया। जिसके बाद ईसीजी की गई। बता दें कि आनंद राय की गिरफ्तारी गुरुवार रात को दिल्ली के एक होटल से हुई थी। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने भी उन्हें निलंबित कर दिया है। निलंबन की वजह निरीक्षण के दौरान उनकी अस्पताल में अनुपस्थिति बताई गई है। उन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है। इससे पहले उनका मेडिकल भी कराया गया।
ये गिरफ्तारी मुख्यमंत्री के OSD की दर्ज शिकायत के आधार पर हुई। सोशल मीडिया पर PEB के कथित पेपर लीक मामले में मुख्यमंत्री के उप सचिव लक्ष्मण सिंह मरकाम ने 27 मार्च को कांग्रेस के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा व आनंद राय पर अजाक थाने में मामला दर्ज कराया था। मिश्रा व राय पर एट्रोसिटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई की गई। बाद में मामले को क्राइम ब्रांच में शिफ्ट कर दिया गया।
यह है पूरा मामला
लक्ष्मणसिंह मरकाम जो कि वर्तमान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यालय में उपसचिव के पद पर पदस्थ हैं। उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज करते हुए कहा था कि, आनंद राय पर सार्वजनिक रूप से छवि धूमिल करने के उद्देश्य से गलत और भ्रामक पोस्ट सोशल मीडिया पर जारी करने का आरोप लगाया था।
मरकाम ने बताया, 26 मार्च को आनंद राय ने एकबार फिर फेसबुक पर एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए मेरा नाम कथित पेपर लीक मामले से जोड़ा था। आनंद राय ने लिखा, ‘वर्ग 3 का पेपर, लक्ष्मण मरकाम के मोबाइल तक कैसे पहुंचा। इसकी जांच होनी चाहिए। व्यापमं के कई अभ्यर्थियों के वॉट्सएप ग्रुप पर यह फोटो उपलब्ध कराई गई। इस घोटाले की CBI जांच होनी चाहिए। कुछ दिनों पहले राजस्थान में इसी तरह REET घोटाला हुआ था।’
मरकाम के मुताबिक, उन्होंने अपने फोन से किसी प्रकार का टेक्स्ट मैसेज, फोटो या स्क्रीनशॉट मप्र प्राथमिक शिक्षा पात्रता वर्ग-3 की परीक्षा के संबंध में किसी भी व्यक्ति को नहीं भेजा। आनंद राय ने मेरे नाम का दुरुपयोग कर यह कूटरचित स्क्रीनशॉट तैयार कराया है।
पेपर का स्क्रीनशॉट किया था वायरल
लक्ष्मण सिंह मरकाम का कहना है कि उनके ऊपर शिक्षक पात्रता परीक्षा का पर्चा लीक करने का आरोप सोशल मीडिया के मार्फत लगाया गया। साथ ही केके मिश्रा ने भी फेसबुक पर समानांतर कूट रचित स्क्रीनशॉट पोस्ट किया और मुझ पर प्रश्न-पत्रों को लीक करने का गंभीर आरोप लगाया है। यह कूटरचना आनंद राय व केके मिश्रा ने उनकी छवि खराब करने, आमजन के साथ छल करने और देश के नौजवानों को भ्रमित कर आक्रोशित करने के उद्देश्य से की गई है। पुलिस ने आनंद राय व केके मिश्रा के खिलाफ धारा 419, 469, 470, 500, 504, 120बी भादवि 3 (1), क्यूआर 3(2) 5 क एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। दोनों को जवाब देने के लिए नोटिस भी जारी किया था।
कमलनाथ बोले- सरकार सच को दबा रही
मप्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, इस मामले में डॉ. आनंद राय की गिरफ्तारी व गिरफ्तारी का तरीका पूरी तरह से दमनकारी है। सरकार सच की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। कमलनाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश व्यापमं में घोटाले जारी है, लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का खेल जारी है। अफसोस है कि घोटालेबाजों पर कार्रवाई की बजाय इसकी आवाज उठाने वालों पर दमनकारी कार्रवाई की जा रही है।
सीनियर एडवोकेट तन्खा ने दर्ज कराई आपत्ति
डॉ. आनंद राय की गिरफ्तारी को लेकर राज्यसभा सांसद व सीनियर एडवोकेट विवेक तन्खा ने ट्वीट कर आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने लिखा कि- आश्चर्यजनक, आनंद के अनुसार मप्र पुलिस दिल्ली के होटल से उसे बिना किसी वारंट के अरेस्ट कर रही है। मुझे कपिल सिब्बल जी का भी फोन आया। ऐसी प्रोसेस पूर्णतः गैरकानूनी प्रतीत होती है। कानूनी तौर से दिल्ली पुलिस को अपने ज्यूरिसडिक्शन में अरेस्टिंग के लिए बिना वारंट अनुमति नहीं देनी चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने लिखा- ये हरकत मप्र पुलिस और शासन का दिवालियापन दर्शाता है। आनंद राय सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करने दिल्ली में था। मेरे मत में गलत केस दर्ज किया है। उस ट्वीट में ऐसा कुछ नहीं लिखा था जो @DGP_MP की पुलिस उसे अरेस्ट करे।
एक अन्य ट्वीट में तन्खा ने लिखा- अहंकार की सीमा पार कर शिवराज सिंह चौहान की सरकार अथवा मप्र DGP ने आनंद राय को दिल्ली के होटल से अरेस्ट किया। आनंद को मप्र पुलिस का नोटिस 8 अप्रैल को उपस्थित होने का था। कारण रात 10.30 बजे आनंद सर्वोच्च सर्वोच्च न्यायालय में याचिका फाइल कर आज सुरक्षा मांगता।
बीजेपी ने राय को बताया नक्सलवाद का करीबी
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा ने वीडियो जारी कहा कि हम उनकी गिरफ्तारी और निलंबन का स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. राय के आर्थिक स्त्रोतों, बैंक खातों की जांच हो। शर्मा ने आरोप लगाए कि वे चाइना की आर्मी का फोटो लगाकर भारत की आर्मी को लांछित करते हैं। शिक्षा के ढ़ांचे को ध्वस्त करने के लिए जिस प्रकार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं, उससे लगता है कि वे वामपंथी आंदोलन से प्रेरित हैं जो संभवत: नक्सलवाद के निकट है।