मेडिकल कॉलेजों में स्टूडेंट्स की 2421 सीटें खाली
मध्यप्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में करीब 2421 सीटें खाली हैं, अगर इन सीटों पर स्टूडेंट्स को प्रवेश मिल जाता तो निश्चित ही वे अपना भविष्य संवार सकते थे…..
भोपाल. मध्यप्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में करीब 2421 सीटें खाली हैं, अगर इन सीटों पर स्टूडेंट्स को प्रवेश मिल जाता तो निश्चित ही वे अपना भविष्य संवार सकते थे, लेकिन नीट काउंसिलिंग खत्म होने के कारण हजारों सीटें खाली रह गई हैं, अगर सरकार कट ऑफ कम दे तो निश्चित ही इन सीटों का लाभ प्रदेश के स्टूडेंट्स को मिल सकता है, ऐसे में उन्हें कम पर्सेंटेज होने के कारण अन्य देशों में जाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी।
हर साल खाली रहती हैं सीटे
डेंटल के साथ हर साल आयुष की सीटें भी खाली रह जाती हैं। विशेषज्ञों की माने तो इसका सबसे बड़ा कारण नौकरी और प्राइवेट प्रैक्टिस दोनों का न होना।
अब कटऑफ कम करने की मांग
सर्वपल्ली राधाकृष्णन कॉलेज ऑफ आयुर्वेद हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च भोपाल के प्राचार्य डॉ राकेश पाण्डेय का कहना है कि अगर सीटें खाली रह गई है तो सरकार को कटऑफ कम कर देना चाहिए। इससे कॉलेज की सीटें भी भर जाएंगी।
कहां कितनी सीटें खालीं
अभी डेंटल के कुल 14 कॉलेजों की 537 सीटें रिक्त हैं, वहीं आयुष के 57 कॉलेजों की 1884 सीटें खाली हैं। जहां डेंटल बीडीएस का मॉपअप चल रहा है और 19 को अलॉटमेंट होगा। वहीं आयुष काउंसलिंग का तृतीय चरण में 15 को अलॉटमेंट व 16 से 18 मई तक प्रवेश होंगे।
कॉलेज के नाम खाली सीटें
● इंडेक्स एटीट्यूड ऑफ डेंटल साइंस इंदौर 22
● आरकेडीएफ डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर भोपाल 77
● ऋषिराज कॉलेज आफ डेंटल साइंस भोपाल 31
● बाबा कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंस भोपाल 72
● महाराणा प्रताप डेंटल कॉलेज ग्वालियर 79
● हितकारिणी डेंटल कॉलेज जबलपुर 13
● इंस्टीट्यूट डेंटल एजुकेशन एंड एडवांस स्टडीज ग्वालियर 91
● गुरु गोविंद सिंह कॉलेज ऑफ़ डेंटल साइंस बुरहानपुर 67
● पीपल सेंट्रल अकैडमी भोपाल 33
● पीपल्स कॉलेज आफ डेंटल साइंस भोपाल 00
● श्री अरबिंदो कॉलेज आफ डेंटिस्ट्री इंदौर 00
● गवर्नमेंट ऑटोनॉमस कॉलेज आफ डेंटिस्ट्री इंदौर 00