भिंड … प्रशासन बैकफुट पर .. ?
गौरी सरोवर की हरियाली पर नहीं चलेगी कुल्हाड़ी, डिप्टी कलेक्टर की देखरेख में होगी शिफ्टिंग….
भिण्ड जिले में गौरी सरोवर के किनारे के पेड़ों को काटकर रिटर्निंग बॉल और सड़क का निर्माण कराया जाना था। इस मामले को लेकर शहर के पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवियों द्वारा आंदोलन किया गया। ये आंदोलन कारियों की वजह से जिला प्रशासन व नगर पालिका अफसर बैक फुट पर आए। अब गौरी सरोवर के पेड़ों की हरियाली पर कुल्हाड़ी नहीं चलेगी। पर्यावरण और विकास कार्य के बीच का संतुलन बनाए रखने के लिए पेड़ों की शिफ्टिंग की जाएगी। ये निर्णय भिंड कलेक्ट्रेट के अफसरों ने लिया है।
भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने डिप्टी कलेक्टर पराग जैन को गौरी सरोवर के पेड़ों के प्रतिस्थापन (शिफ्टिंग) हेतु पर्यवेक्षण के लिए आदेश जारी किया है। डिप्टी कलेक्टर जैन ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पालिका भिण्ड व उनकी तकनीकी टीम, पौधों के प्रतिस्थापन कार्य में व्यापक परामर्श कर किया जा रहा है। पौधों की शिफ्टिंग को लेकर तकनीकी विशेषज्ञों से रायशुमारी भी की जा रही है। पर्यावरण और विकास कार्य को संतुलित करते हुए नियमानुसार कार्रवाई होने का भरोसा दिया जा रहा है। इस पूरे मामले में भिंड कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने बताया कि कुछ सामाजिक संगठनो द्वारा गौरी सरोवर में लगे पेड़ों की कटाई को न काटने हेतु ज्ञापन दिया था। उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद भिण्ड द्वारा अवगत कराया गया कि जनहित में गौरी सरोवर पर रोड, रिटेनिंग वॉल एवं नाला का निर्माण कर विकास कार्य किया जा रहा है। इस कार्य हेतु गौरी सरोवर के किनारे विभिन्न प्रजातियों के पेड़, पौधे को काटा नही जा रहा है परन्तु अन्य स्थान पर केवल प्रतिस्थापित (शिफ्ट) किया जा रहा हैं। जिस हेतु मध्यप्रदेश पौधों का परीरक्षण (नगरीय क्षेत्र) अधिनियम 2001 के प्रावधानों के अंतर्गत पौधों को शिफ्ट करने हेतु विधिसंगत आदेश पारित किया गया है। जो राष्ट्रीय हरित अधिकरण मध्यप्रदेश भोपाल के दिशा निर्देशो के अधीन ही है।