– रेलवे बोर्ड के आदेश पर चलाया जा रहा है अभियान

ग्वालियर. । ट्रेनों में संचालित पेट्रीकार में नियमों का उल्लंघन बेधड़क हो रहा है। बेस किचन से खाना तैयार कर यात्रियों को परोसा जाना चाहिए, लेकिन कैटरिंग संचालक ट्रेनों में ही खाना बना रहे है, जिससे ट्रेनों यात्रियों को खतरा है। हर दिन चल रहे अभियान में इस तरह के केस सामने आ रहे हैं। रेलवे कार्रवाई के लिए आइआरसीटीसी को पत्र भेज रही है।

गतिमान व शताब्दी एक्सप्रेस में पानी, खाना, नास्ते की जांच की गई, लेकिन गुणवत्ता में कोई शिकायत नहीं मिली। कैटरिंग इंस्पेक्टर को खाना ठीक मिला। क्योंकि घोषित रूप से यह अभियान चलाया जा रहा है, जिसके चलते गुणवत्ता में सुधार है। राजधानी के खाने की की जांच की गई, जिसमें गड़बड़ी मिली। हालांकि मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में सबसे ज्यादा घटिया खाना दिया जा रहा है। रेलवे ने खाने की शिकायतों को लेकर एप संचालित किया है। इस एप पर कैटरिंग को लेकर बड़ी संख्या में शिकायतें मिल रही थी। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने सभी जोन को खाने की जांच के अादेश दिए हैं। उत्तर मध्य रेलवे झांसी व आगरा मंडल के कैटरिंग इंस्पेक्टर अभियान चला रहे हैं।अागरा मंडल व झांसी मंडल का स्टाफ जांच कर रहा है। मेल व एक्सप्रेस में अभियान चलाया जा रहा है। गति दिवस छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में जांच की गई। यहां पर पेंट्रीकार में ही खाना तैयार किया जा रहा था। अन्य ट्रेनों की भी स्थिति इसी तरह की है। यात्री संकेत कुमार का कहना है कि खाने में कोई सुधार नहीं है। जैसा था, वैसा ही मिल रहा है।

खराब खाना भी परोस देते हैं

-मेल व एक्सप्रेस के खाने में सबसे ज्यादा शिकायतें है। मेल व एक्सप्रेस में खाना पेंट्रीकार से मिलता है। साथ ही स्टेशन से भी यात्री खाना खरीद रहे हैं। खराब खाना भी परोस देते हैं।

-अभियान को लेकर गतिमान व शताब्दी एक्सप्रेस की बेस किचन में व्यवस्थाएं भी ठीक कर ली हैं।