UP में मौतों का जिम्मेदार कौन? ….प्रदेश में 11 सालों में 97 पटाखा फैक्ट्रियों में धमाके और 267 मजदूरों की मौत; 374 हुए घायल

यूपी में पटाखा फैक्ट्रियां मजदूरों की जान की दुश्मन बनी है। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी पता नहीं होता है कि वह बारूद की ढेर पर बैठे हैं। यूपी में 11 सालों में पटाखा फैक्ट्रियों में 97 विस्फोट हुए। इनमें 267 मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ी। 374 मजदूर ऐसे हैं, जो धमाकों में घायल हुए थे। वह 80% तक झुलसे। इन धमाकों में जान गंवाने और झुलसने वालों में 40 बच्चे और 52 महिलाएं भी शामिल हैं।

घरों में हुए 20 से ज्यादा धमाके

बिजनौर में 10 मई 2022 को फैक्ट्री में धमाका हुआ था। इसमें 3 लोग घायल हुए थे।
बिजनौर में 10 मई 2022 को फैक्ट्री में धमाका हुआ था। इसमें 3 लोग घायल हुए थे।

प्रदेश में पटाखा इंडस्ट्री अपने आप में एक बड़ा उद्योग माना जाता है, जिसमें कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है। मुनाफा के कारण लोग अवैध तरीके से भी पटाखा बनाने के काम में लग जाते हैं। यूपी में करीब 20 से ज्यादा धमाके ऐसे हुए हैं, जो घरों से संबंधित रहे हैं। यानी घरों में अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे। धमाकों से परिवार के परिवार उजड़ गए।

बच्चों और महिलाओं की हुईं मौतें

सहारनपुर में पटाखा फैक्ट्री में काम करती महिलाएं।
सहारनपुर में पटाखा फैक्ट्री में काम करती महिलाएं।

जिन घरों में पटाखे बनते हैं, वहां बच्चे और महिलाएं भी काम में जुट जाती हैं। इसके अलावा फैक्ट्रियों में भी महिलाओं के साथ बच्चे भी काम पर जाते हैं। धमाकों में महिलाओं और बच्चों को भागना मुश्किल हो जाता है। इससे उनकी जान पर बन जाती है। 11 साल में धमाकों में जान गंवाने और झुलसने में 40 बच्चे और 52 महिलाएं भी शामिल हैं।

गलती किसकी?

1 अप्रैल 2021 को मुरादाबाद में धमाका हुआ था। इसमें एक की मौत हुई थी और 6 लोग घायल हुए थे।
1 अप्रैल 2021 को मुरादाबाद में धमाका हुआ था। इसमें एक की मौत हुई थी और 6 लोग घायल हुए थे।

फैक्ट्रियों की चेकिंग करने की जिम्मेदारी फायर ब्रिगेड की होती है। पटाखा फैक्ट्रियां चलाने की एनओसी भी यही विभाग देता है, लेकिन यूपी में अवैध रूप से चल रही पटाखा फैक्ट्रियों में धमाका होने से मरने वाले मजदूरों का जिम्मेदार कौन है? यह सवाल बड़ा है। क्योंकि यह विभाग अपनी जिम्मेदारी से बचता ही दिखाई देता है। अवैध पटाखा फैक्ट्रियों का भंडाफोड तब होता है, जब वहां कोई दुर्घटना हो जाए।

यें हैं बड़ी पटाखा फैक्ट्रियों में विस्फोट के आंकड़े

  • 23 अक्टूबर 2010 : महाराज गंज के धानी बाजार में पटाखा की दुकान में विस्फोट से दो बच्चों सहित आठ की मौत हो गई। सात लोग घायल हो गए थे।
  • 12 अक्टूबर 2011 : प्रयागराज के कस्बे के पुरा मियांजी मोहल्ला में पटाखा फैक्ट्री में धमाके से 13 मजदूरों की मौत हुई।
  • 25 अक्टूबर 2011 : महाराज गंज जिले के ग्राम रामपुर में फैक्ट्री में विस्फोट से 8 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में 3 महिलाएं 2 पुरुष और 3 बच्चे शामिल थे।
  • 12 नवंबर 2012 : औरैया जिले के बेला क्षेत्र में एक पटाखा बनाने की फैक्ट्री में विस्फोट से पांच बच्चों और तीन महिलाओं समेत 8 मजदूरों की मौत हो गई थी।
  • 20 सितंबर 2013 : उन्नाव पटाखा फैक्ट्री विस्फोट में फैक्ट्री स्वामी की पत्नी, तीन बेटे और एक बेटी सहित आठ लोगों की मौत हो गई।
  • 20 सितंबर 2014 : लखनऊ के मोहनलालगंज के सिसेंडी इलाके में पटाखा फैक्ट्री में धमाके से 16 मजदूरों को जान गंवानी पड़ी थी। इस हादसे में 20 लोग घायल हुए थे।
  • 26 अक्टूबर 2018 : बदायूं के रसूलपुर गांव में भीषण विस्फोट से 8 लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।
  • 18 मार्च 2019 : आजमगढ़ में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में 10 मजदूरों की मौत हो गई थी।
  • 21 सितंबर 2019 : एटा के मिरहची गांव में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से छह लोगों की मौत हो गई। पांच मजदूर घायल हो गए। मरने वालों में दो बच्चे भी शामिल थे।
  • 5 जुलाई 2020 : गाजियाबाद में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाके से 7 मजदूरों की लोगों की मौत हो गई थी। 4 लोग घायल हुए थे।
  • 7 मई 2022 : सहारनपुर के सरसावा थाना क्षेत्र के बलवंत पुर गांव में पटाखा फैक्ट्री के धमाके में फैक्ट्री संचालक सहित पांच मजदूरों की मौत हुई।
  • 4 जून 2022 : हापुड़ में पटाखा फैक्ट्री में धमाके से एक महिला सहित 13 मजदूरों की मौत हुई और 21 घायल हो गए।
सहारनपुर के बलवंतपुर गांव में 7 मई 2022 को पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ था। इनमें पांच मजदूरों की मौत हो गई थी।
सहारनपुर के बलवंतपुर गांव में 7 मई 2022 को पटाखा फैक्ट्री में धमाका हुआ था। इनमें पांच मजदूरों की मौत हो गई थी।

11 साल में धमाके की घटनाएं और आंकडे

जिला दिनांक मौत घायल
आगरा 18 अक्टूबर 2020 3 6
अलीगढ़ 13 अक्टूबर 2017 2 5
प्रयागराज 15 अप्रैल 2021 0 4
प्रयागराज 12 अक्टूबर 2011 13 0
अमरोहा 10 मई 2016 4 2
अयोध्या 7 नवंबर 2021 1 0
आजमगढ़ 16 अप्रैल 2018 2 2
आजमगढ़ 18 मार्च 2018 10 0
बदायूं 26 अक्टूबर 2018 8 0
बहराइच 30 अक्टूबर 2018 4 4
बलरामपुर 28 अक्टूबर 2019 2 0
बलरामपुर 7 सितंबर 2020 1 2
बांदा 1 फरवरी 2019 4 4
बाराबांकी 25 मार्च 2022 0 2
बाराबांकी 25 दिसंबर 2018 4 2
बिजनौर 08 अप्रैल 2021 5 4
बिजनौर 10 मई 2022 0 3
बुलंदशहर 14 जून 2019 1 1
चंदौली 29 फरवरी 2017 1 1
देवरिया 27 मई 2015 2 0
देवरिया 7 अक्टूबर 2017 0 4
एटा 21 सितंबर 2019 6 8
एटा 20 मई 2021 1 2
एटा 4 नवंबर 2015 1 6
फर्रुखाबाद 2020 2 7
फैजाबाद 10 नवंबर 2015 1 1
फतेहपुर 23 अक्टूबर 2021 0 6
फतेहपुर 23 अप्रैल 2018 1 2
फतेहपुर 20 फरवरी 2016 1 1
गाजियाबाद 5 जुलाई 2020 7 4
गाजियाबाद 15 जून 2019 1 1
गाजियाबाद 28 अप्रैल 2017 4 5
गोंडा 3 नवंबर 2015 1 2
गोरखपुर 22 मई 2013 1 2
गोरखपुर 4 नवंबर 2020 4 6
महाराजगंज 23 अक्टूबर 2010 8 7
जौनपुर 30 अक्टूबर 2021 3 2
हमीरपुर 9 सितंबर 2021 1 1
हमीरपुर अक्टूबर 2013 4 3
हापुड़ 13 जून 2019 1 1
हापुड़ 2 मई 2017 1 1
हापुड़ 4 जून 2022 13 21
हरदोई 19 अप्रैल 2012 4 2
हरदोई 24 मई 2019 1 5
जौनपुर 30 अक्टूबर 2021 2 5
जौनपुर 10 दिसंबर 2017 2 0
झांसी 1 अप्रैल 2016 1 2
कन्नौज 14 अक्टूबर 2019 1 5
कन्नौज 18 जून 2017 1 7
कन्नौज 28 मई 2012 2 1
कानपुर 4 अक्टूबर 2017 3 2
कौशांबी 4 मई 2017 3 2
कुशीनगर 3 नवंबर 2020 4 12
लखनऊ 20 सितंबर 2014 16 20
लखनऊ अक्टूबर 2012 2 2
लखनऊ 18 जून 2012 2 0
लखनऊ 28 सितंबर 2012 2 0
लखनऊ 15 मार्च 2014 6 0
लखनऊ 20 सितंबर 2014 6 20
लखनऊ 13 सितंबर 2015 3 0
लखनऊ 10 अप्रैल 2019 1 2
लखनऊ 4 जून 2018 3 2
मेरठ 29 अक्टूबर 2020 2 12
मेरठ 7 मार्च 2018 0 6
मुरादाबाद 1 अप्रैल 2021 1 6
मुजफ्फरनगर 5 नवंबर 2021 1 1
मुजफ्फरनगर 5 जनवरी 2022 1 0
प्रतापगढ़ 3 अप्रैल 2022 2 7
प्रतापगढ़ 2 जून 2016 2 5
रामपुर 22 जनवरी 2019 1 0
शाहजहांपुर 5 जुलाई 2013 2 6
शामली 31 जनवरी 2020 5 7
शामली 1 अक्टूबर 2021 4 4
शामली 10 जनवरी 2022 1 3
बागपत 31 दिसंबर 2021 0 7
सिद्धार्थ नगर 11 अप्रैल 2016 1 2
सीतापुर 3 अक्टूबर 2014 1 1
सीतापुर 17 जनवरी 2012 3 2
सीतापुर 12 अक्टूबर 2019 0 3
सहारनपुर 26 अप्रैल 2022 0 6
सहारनपुर 15 जनवरी 2022 0 8
सहारनपुर 31 अक्टूबर 2020 0 2
सहारनपुर 1 दिसंबर 2019 3 6
सहारनपुर 11 मई 2019 0 6
सहारनपुर 15 जनवरी 2019 0 8
सहारनपुर 26 मई 2019 1 7
सहारनपुर 17 मार्च 2018 0 4
सहारनपुर 07 मई 2022 5 0
उन्नाव 14 सितंबर 2020 1 4
उन्नाव 20 सितंबर 2013 8 1
उन्नाव 16 अगस्त 2019 1 0
वाराणसी 25 अक्टूबर 2016 3 2
वाराणसी 25 अक्टूबर 2018 4 0
जौनपुर 31 अक्टूबर 2021 1 5

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