ग्वालियर अग्निपथ का विरोध …?
- दहशत के 2:30 घंटे; ट्रेन, बस, कारें ही नहीं कुर्सी-पंखे तक तोड़े
- गोला का मंदिर चौराहे पर जुटे युवाओं का हुजूम चंद मिनट में ही उपद्रवियों के गिरोह में बदला
गुरुवार दोपहर 12 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक शहर का एक तिहाई हिस्सा दहशत में रहा। सेना की अग्निपथ योजना के विरोध में गोले का मंदिर चौराहे पर जुटे युवाओं का हुजूम कुछ ही देर में उपद्रवियों के गिरोह में बंट गया, जिसने बिरला नगर-ग्वालियर स्टेशन, गांधी नगर व हजीरा को गिरफ्त में ले लिया। इस दौरान ट्रेन, बस-कार ही नहीं दफ्तरों के कांच, कुर्सी-पंखे तक तोड़े गए। लोग जान बचाकर भागते नजर आए।
ट्रेन में बैठे यात्रियों की जान पर बनी, चिप्स-पानी भी लूटा
बेकाबू भीड़ ने बिरला नगर स्टेशन के प्लेटफार्म पर रखी बेंच, टॉयलेट, कारों के कांच तोड़ने के साथ डस्टबिन स्टैंड तोड़कर ट्रैक पर फेंक दिया। कपड़े और कचरा एकत्र कर आग लगा दी। करीब 60 पंखों को नुकसान पहुंचाया। पुलिस के पहुंचने से पहले रेलवे ट्रैक से पैदल चलकर भीड़ ग्वालियर स्टेशन पहुंची।
यहां जीआरपी, आरपीएफ व जिला पुलिस बल की मौजूदगी के बाद भी प्लेटफार्म 2 पर खड़ी तिरुवनंतपुरम-निजामुद्दीन, स्वर्णजयंती एक्सप्रेस के जनरल व 4 एसी कोच के की खिड़कियाें के कांच तोड़ दिए। ट्रेन में पथराव से एक यात्री घायल हो गया। उपद्रवियों ने प्लेटफार्म 4 व 2 और 3 पर खानपान की दुकानों से चिप्स, पानी तक लूट लिया।
प्लेटफार्म 4 पर आरक्षण कार्यालय के गेट, खिड़कियां, सर्कुलेटिंग एरिया में शौचालय के गेट, ऑटो, तीन कार व कुछ बाइक को नुकसान पहुंचाया। यार्ड में खड़ी ग्वालियर-रतलाम एक्सप्रेस के 3 कोच के कांच तोड़े। 5 जनरल कोच को भी नुकसान पहुंचाया। बुंदेलखंड एक्सप्रेस के एसी कोच के भी कांच तोड़ दिए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, तब उपद्रवी तानसेन नगर की ओर भागे। लगभग 2.30 घंटे तक ट्रेनों का संचालन बंद रहा।
इंटेलीजेंस फेल, लेकिन उपद्रव पर ढाई घंटे में काबू पाया: एक हजार से अधिक युवाओं के जुटने की सूचना नहीं मिलने के कारण इंटेलीजेंस का फेलुअर माना जा रहा है लेकिन पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों ने उपद्रव पर काबू पाने में तत्परता दिखाई। महज ढाई घंटे के भीतर उन्हें शहर से बाहर खदेड़ दिया।
कोचिंग संचालकों को दी चेतावनी
रात में पुलिस कंट्रोल रूम में 24 कोचिंग संचालकों की बैठक बुलाई गई। इसमें कलेक्टर, एसएसपी व अन्य अफसर मौजूद थे। अफसरों ने इन संचालकों कोे अफवाह न फैलाने के निर्देश दिए। चेतावनी दी कि ऐसे सुबूत मिले तो कार्रवाई की जाएगी। पकड़े गए युवकों के मोबाइल में ऐसे सुबूत मिले हैं। एेसे मकान मालिकों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई होगी, जिनके यहां उपद्रवी रह रहे थे।
3 थानों में 21 नामजद, 250 अज्ञात पर एफआईआर
जीआरपी एवं गोला का मंदिर थाना पुलिस ने देर रात थान सिंह शंखवार, मनीष शर्मा, भूरे सिंह, विश्वजीत भदौरिया, अमित चौहान, रितिक पांडे, नीतेश कोरी, रविंद्र राठौर, अजय शर्मा, लालू जाटव, रोहित पटेल, रिफू त्यागी, हैरी यादव, रवि तोमर, मयंक चौहान, आदित्य सिकरवार पर एफआईआर की। पड़ाव पुलिस ने गजेंद्र, प्रवेश, धर्मवीर, विकास, पवन सहित 250 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया।
पड़ाव: पुलिस एकत्रित थी इसलिए हजीरा की ओर डायवर्ट हुए उपद्रवी
गोला का मंदिर क्षेत्र से उपद्रव शुरू करने वाले रेलवे स्टेशन पर उपद्रव करने के बाद पड़ाव होते हुए लश्कर की ओर बढ़ रहे थे लेकिन यहां पर इनके आने से पहले पुलिस इकट्ठी होने लगी थी, यह देखकर उपद्रवी पड़ाव थाने के सामने से होती हुई गांधी नगर और लोको से तानसेन नगर और हजीरा पर पहुंच गई।
बीच-बीच में पुलिस के बल प्रयोग के कारण यह गलियों और कॉलोनियों में घुसे और इसके बाद गायब हो गए। यहां 20 निजी वाहन टूटे, एक सिपाही को भी चोटें अाईं। वहीं गोला का मंदिर क्षेत्र में भी लगभग 30 वाहनों में तोड़फोड़ की गई।
गांधी नगर: जान बचाने लाेग घराें में छुपे, महिलाओं ने वाहन सड़क पर छोड़े
उपद्रवियों ने गांधी नगर के एम ब्लॉक में घर के बाहर खड़ी कारों के कांच तोड़ दिए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दोपहर दो बजे करीब अचानक ढाई-तीन सौ उपद्रवी हाथों में पत्थर, सरिया, डंडे लेकर गांधी नगर में घुसे और घुसते ही वाहनों की तोड़फोड़ शुरू कर दी। खड़े हुए वाहनों के अलावा वे उन वाहनों को भी तोड़ रहे थे, जिनमें लोग बैठे थे।
ऐसे में घबराए लोग जान बचाने को आस-पास के घरों में घुस गए। दो पहिया वाहनों पर आ रहीं महिलाएं उपद्रवियों के डर से आस-पास के घरों में घुस गईं। एडवोकेट अमिताभ दुबे ने कहा, मैंने घर से बाहर झांककर देखा तो उपद्रवी कारों के कांच तोड़ रहे थे। सामान लेने बाजार गए बजरंग गेस्ट हाउस के संचालक दिनेश गोयल के पास पत्नी का फोन आया कि घर पर आतंकी हमला हो गया है।
ऐसे चला घटनाक्रम
- सुबह 11 बजे : गोला का मंदिर चौराहे पर युवाओं की भीड़ जुटना शुरू हुई।
- दोपहर 12 बजे : युवाओं की भीड़ ने गोले का मंदिर चौराहा पर ट्रैफिक जाम कर दिया।
- दोपहर 12:30 बजे : अफसरों ने समझाया, लेकिन उपद्रवियों ने टायरों में आग लगा दी।
- दोपहर 1 बजे :पुलिस ने बल प्रयोग शुरू किया। पुलिस द्वारा बल प्रयोग होने पर भीड़ बिरलानगर पहुंच गई। वहां तोड़फोड़ की।
- दोपहर 1:30 बजे : पुलिस-प्रशासन ने कॉलोनी में सर्चिंग कराई। उपद्रवियों को घरों से निकाल-निकालकर हिरासत में लिया।
- दोपहर 1:37 बजे : युवकों की भीड़ ग्वालियर स्टेशन पर पहुंच गई। यहां पुलिस थी लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण उपद्रवी ने ट्रेन व दुकानों में तोड़फोड़ की।
- दोपहर 2:15 बजे : पुलिस बल पड़ाव पर एकत्र हुअा। उपद्रवी की धरपकड़ हुई।
- दोपहर 2:30 बजे : ट्रैफिक चालू हो गया। बाजार खुल गया। माहौल शांत हो गया।
सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना से गुस्साए एक हजार से अधिक युवकों ने गोला का मंदिर चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। यहां सरकार का पुतला जलाने के साथ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान कुछ युवक हाथों में राष्ट्रीय ध्वज थामे हुए थे। इसके बाद ये युवा गुटों में बंटे और फिर शहर में उपद्रव शुरू हो गया …..