ग्वालियर-चंबल अंचल के परिणाम.. : तीन जिलों में भाजपा हावी और 3 में कांग्रेस टक्कर में, शिवपुरी के 25 सदस्यों में 18 ने नहीं लिया प्रमाणपत्र
निवार्चित सदस्यों के समर्थन से जानिए अंचल का सियासी समीकरण
पुनर्मतदान के संबंध में तारीख तय नहीं
शिवपुरी: 25 वार्ड में 14 भाजपा के, 6 कांग्रेस के तथा 5 निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीतकर आए हैं। इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट भाजपा के खाते में जाती नजर आ रही है। वार्ड 21 में 8 हजार से अधिक वोट से जीतकर आईं नेहा यादव का अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।
श्योपुर: 11 वार्डो में भाजपा के 5,कांग्रेस 4 और बसपा समर्थित एक सदस्य निर्वाचित हुआ है,जबकि एक सदस्य पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने दल का होने का दावा किया है। वहीं जिला पंचायत के 11 वार्डों में से 3 वार्डों में आदिवासी महिलाएं जीतकर आई हैं और इन्हीं तीनों में जिला पंचायत की अध्यक्ष बनेगी। क्योंकि इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित है।
भिंड: जिला पंचायत के 21 सदस्य विजय घोषित किए गए। जिनमें 8 बीजेपी और 7 कांग्रेस के समर्थित हैं। बाकी किसी के भी पाले में जा सकते है। अध्यक्ष महिला सामान्य है। जिसमे बीजेपी नेता केपी सिंह की पुत्र वधु और पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह की पत्नी प्रबल दावेदार है।
दतिया : जिला पंचायत के दस वार्ड हैं। भाजपा का दावा है कि 10 वार्डों में से 4 वार्डों में भाजपा के समर्थित जीते हैं। वहीं कांग्रेस ने भी 4 समर्थितों जीतने का दावा किया है, जबकि हकीकत यह है कि 10 जिला पंचायत सदस्यों में से तीन सदस्यों की दलीय स्थिति स्पष्ट नहीं है। दतिया जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनारक्षित है।
मुरैना: जिला पंचायत में भाजपा समर्थक 13 सदस्य जीतकर आए हैं,जबकि कांग्रेस का दावा है कि उसके 12 सदस्य हैं। जिला पंचायत की अनारक्षित महिला सीट पर ओबीसी की महिला को चुना जाएगा। अध्यक्ष पद पर मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। भाजपा समर्थकों में नया नाम जौरा के वार्ड 15 से निर्वाचित आरती गुर्जर का उभरकर आया है। कांग्रेस ने वार्ड 12 से निर्वाचित सदस्य ओमवतीधारा सिंह कुशवाह का नाम भी आगे आ सकता है।
ग्वालियर: जिला पंचायत के 13 सदस्यों में भाजपा समर्थितों का दबदबा है। कांग्रेस यहां कमजोर पड़ गई है, लेकिन अब मुकाबला भाजपा के ही खेमों में है। अध्यक्ष पद के लिए दो दावेदार सामने आए हैं। इनमें एक पर सिंधिया गुट ताकत लगा रहा है, वहीं दूसरा खेमा अपने सदस्य को अध्यक्ष बनाने की जुगत में है। दोनों ही खेमे पांच-पांच सदस्यों को अपने पाले में बता रहे हैं, ऐसे में अध्यक्ष बनवाने में तीन सदस्यों की भूमिका अहम मानी जा रही है।
जीती पत्नियां, प्रमाण-पत्र लेने पहुंचे पति
ग्वालियर. जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किये। इस दौरान तीन महिला सदस्यों के पतियों ने प्रमाण पत्र लेने की कोशिश की तो कलेक्टर ने साफ तौर पर मना कर दिया। तीन महिला प्रत्याशियों के अनुपिस्थत रहने की वजह से प्रमाणपत्र बाद में दिए जाएंगे।