दिल्ली-नोएडा-ग्वालियर में लूट करने वाले पकड़े …?
20 मिनट में दो लूट करने वाले पकड़े, लॉकडाउन के बाद काम की तंगी ने बनाया लुटेरा…
- मुरार पुलिस को मिली सफलता ….
ग्वालियर में दिनदहाड़े 20 मिनट में दो लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से लूटी गई चेन भी बरामद कर ली गई है। पर लुटेरों की कहानी कुछ अलग है। एक बिहार-नेपाल बॉर्डर का रहने वाला है तो दूसरा भिंड का। दोनों की मुलाकात लॉकडाउन के समय दिल्ली में हुई थी।
वहां दोस्ती हुई फिर काम की तंगी ने दोनों को लुटेरा बना दिया। एक-दो वारदात की फिर वारदात करने में मजा आने लगा। अब नशे की लत और अय्याशी पूरी करने के लिए वारदात करते हैं। पुलिस इनसे और वारदात के संबंध में पूछताछ कर रही है।
यह है पूरा मामला
पिछले सप्ताह शहर के मुरार और गोला का मंदिर मंे एक के बाद एक चेन स्नेचिंग की दो वारदात हुई थीं। मेला ग्राउंड के पास प्रॉपर्टी डीलर से वारदात के समय CCTV फुटेज भी मिले थे। 20 मिनट के अंतर से ताबड़तोड़ दो वारदात के बाद पुलिस भी सकते में आ गई थी। इसके बाद पुलिस ने CCTV कैमरे के फुटेज हाथ में लेकर छानबीन शुरू कर दी थी। इसी बीच पुलिस अधीक्षक अमित सांघी को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि मुरार और गोला का मंदिर थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई लूट की वारदात को अंजाम देने वाले लुटेरे मुरार के बड़ागांव में पुल के पास देखे गए हैं। तभी एसपी ने क्राइम ब्रांच और मुरार पुलिस की टीमें बनाकर बदमाशों की घेराबंदी के लिए भेजा। जहां टीम को मुरैना की तरफ से एक मोटरसाइकिल पर सवार बदमाश आते हुए दिखाई दिए। जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर धर दबोच लिया। बदमाशों से पूछताछ करने पर उनकी पहचान 32 वर्षीय अवधेश पुत्र राम अवतार सिंह जाटव निवासी बरई फूप भिंड, 20 वर्षीय दीपक कुमार राजपूत पुत्र अभय सिंह निवासी भिलाई सीतामढ़ी बिहार के रूप में हुई है।
पकड़ में आते की कुबूल की लूटें
पकड़े जाते ही दोनों बदमाशों ने मुरार के 6 नंबर चौराहा के पास प्रॉपर्टी कारोबारी त्रिलोक सिंह राजपूत की सोने की चेन लूटी थी। उसके बाद गोला का मंदिर के इंद्रमणि नगर में एक डॉक्टर की चेन लूटने की वारदात कुबूल कीं। बदमाशों ने लूटी गई एक चेन जुआ में हारना बताया है और दूसरी चेन पुलिस ने बरामद कर ली है। वहीं लूट की वारदात में उपयोग की गई बाइक भी जब्त कर ली गई है।
लॉकडाउन में हुई थी दोस्ती
– भिंड निवासी अवधेश इंजेक्शन की निडिल बनाने का काम करता था, जबकि बिहार के सीमामढ़ी निवासी दीपक कुमार दिल्ली में बटन बनाने का काम करता था। लॉकडाउन के बुरे वक्त में दोनों की दोस्ती हुई। उस दौरान दोस्ती होने के बाद बाद में जब दोनों पर तंगी आई तो वह लूट करने लगे। इसके बाद अपराध को पैसा कमाने का शॉर्टकट समझकर दोनों पक्ष वारदात करने लगे। इसके बाद अब दोनों अपनी अय्याशी के लिए यह काम करते हैं। लूट के पैसों से नशा करना और जुआ खेलने का दोनों को बहुत शौक है।
पुलिस का कहना
ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने बताया कि दो ताबड़तोड़ लूट की वारदात करने वाले लुटेरों को पुलिस ने पकड़ा है। उनसे लूटी गई एक चेन बरामद कर ली है। वारदात में उपयोग की गई बाइक भी बरामद कर ली गई है। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।