मेडिकल टेस्ट में खुलासा:45+ के 50% पुलिसकर्मियों में बीपी या शुगर, फिटनेस के लिए हफ्ते में 3 दिन 10 किमी दौड़ेंगे

  • ज्यादातर पुलिसकर्मी किसी न किसी बीमारी की चपेट में
  • महीनेभर तक उन्हें हफ्ते में तीन दिन 10 किलोमीटर दौड़ने की सलाह दी गई

इंदौर पुलिस के 45 साल के अधिक उम्र के 50 फीसदी पुलिस कर्मचारी किसी न किसी बीमारी से पीड़ित हैं। इनमें सबसे ज्यादा केस ब्लड प्रेशर, शुगर और हाई कोलेस्ट्रॉल के ज्यादा हैं। यह बात पुलिसकर्मियों के मेडिकल फिटनेस टेस्ट के दौरान सामने आई है। हालांकि ज्यादातर पुलिसकर्मी बीमारी की प्रारंभिक स्टेज पर हैं। इससे उबरने के लिए अब महीनेभर तक उन्हें हफ्ते में तीन दिन 10 किलोमीटर दौड़ने की सलाह दी गई है।

इसी कड़ी में पुलिस विभाग 14 अगस्त को एक मिनी मैराथन का आयोजन कर रहा है। इसमें शहर के 20 फीसदी पुलिस बल को हिस्सा लेना अनिवार्य है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश हिंगणकर ने बताया कि देखने में आ रहा है कि कई पुलिसकर्मी कर्मचारी चुस्त-दुरुस्त होने का प्रयास करते हैं, लेकिन समय नहीं निकाल पाते। ऐसे लोगों के लिए अलग से अभियान शुरू किया जा रहा है। 13 जुलाई को सभी थानों के लिए पत्र लिखा है।

दौड़ें या चलें, लेकिन फिट रहें

अफसरों ने बताया कि हर थाने में अधिकांश स्टाफ को कोई न कोई बीमारी है। कोई ब्लड प्रेशर का शिकार है तो किसी को शुगर है, अधिकांश को बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल या अन्य कोई परेशानी है। कुछ कर्मचारी ऐसे भी हैं, जिन्हें कुछ नहीं है। यह मैराथन दौड़ उन सभी लोगों के लिए है जो बीमारियों से बच सकें। इसलिए थानों पर कहा जा रहा है कि एक महीने सभी को प्रैक्टिस करना चाहिए। 14 अगस्त को मैराथन में दौड़ने और तेज चलने दोनों तरह की प्रतियोगिता रहेगी, ताकि हर कोई चुस्त दिखे। इसमें थानेदारों का आना अनिवार्य रहेगा।

  • 5300 पुलिसकर्मी हैं शहर में
  • 1750 पुलिसकर्मियों की उम्र 45 प्लस
  • 3550 पुलिसकर्मी 45 साल से कम के
  • 300 महिला पुलिस कर्मी हैं

पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया

गुरुवार से पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य का परीक्षण शुरू किया गया। इसमें 45 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों को शामिल किया गया है। यह परीक्षण निजी अस्पताल में नि:शुल्क किया जा रहा है। इसमें रोजाना 50-50 की संख्या में सभी पुलिस अधिकारियों/कर्मचारी शामिल होंगे। विशेष रूप से ब्लड प्रेशर, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, एसजीपीटी, सीरम क्रिएटिनिन तथा लिपिड प्रोफाइल आदि टेस्ट किए जाएंगे। दरअसल, डीजीपी सुधीर सक्सेना ने प्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों को निर्देश दिए हैं कि स्टाफ का मेडिकल चेकअप करवाना चाहिए।

मैंने भी शुरू कर दिया है दौड़ना

हिंगणकर ने बताया कि इस अभियान में निचला स्टाफ ही नहीं, बल्कि अफसर लॉबी भी शामिल हो सकती है। इसलिए मैंने भी रोजाना 6-7 किलोमीटर दौड़ना शुरू कर दिया है। जल्द ही 10 किलोमीटर प्रतिदिन का टास्क भी पूरा कर लूंगा।

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