कश्मीर में टूरिज्म का नया ट्रेंड …? होटल फुल होने से सरकार ने टेंट कॉलोनियां बसाई, 2 महीने में 25 हजार टेंट लगाए जाएंगे
कश्मीर में पर्यटकों की भारी तादाद को देखते हुए टेंट कॉलोनियां बसने लगी हैं। घाटी के होटलों में करीब 50 हजार कमरे हैं, जो फुल चल रहे हैं। कई पर्यटन स्थलों के होटलों में तो अक्टूबर तक 100% एडवांस बुकिंग हो चुकी है। इसे देखते हुए सरकार ने 25 हजार टेंट लगाने की योजना बनाई है। 3 हजार टेंट लगाए जा चुके हैं।
पर्यटन विभाग का कहना है कि अगले दो महीनों में सभी टेंट लग जाएंगे। ये टेंट मॉर्डन फैसिलिटी से लैस हैं। ये खूबसूरत जगहों पर, घास के मैदानों में या नदी किनारे बनाए जा रहे हैं। इनमें वाॅशरूम, किचन जैसे सुविधाएं हैं।
होटलों से कहीं अधिक किफायती है टेंट
घाटी में ऐसे कई पर्यटन स्थल भी हैं, जहां होटल नाममात्र हैं। जैसे कुपवाड़ा जिले में LOC के पास बंगस घाटी में होटल नहीं है। इसलिए वहां 70 टेंट लगाए गए हैं। पहले यहां पर्यटक नहीं रुक पाते थे। इसी तरह गुलमर्ग, सोनमर्ग, कंगन, पहलगाम, तंगमरग, मामर, गुरेज, बांदीपोरा आदि में टेंट लगाए गए हैं।
टेंट का किराया होटल से काफी कम है। लग्जरी टेंट में एक रात ठहरने का अधिकतम किराया 3 हजार रु. तक है, जबकि सामान्य टेंट 500 रु. में मिल रहे हैं।
इस साल कश्मीर में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंचे
1 जनवरी से 30 जून तक 10 लाख से ज्यादा पर्यटक घाटी पहुंचे। सिर्फ 6 महीने में इतने पर्यटक पहले कभी नहीं आए थे। 2012 में जनवरी से दिसंबर तक 13 लाख पर्यटक पहुंचे थे, जो रिकॉर्ड था। लेकिन, इस साल का शुरुआती ट्रेंड बता रहा है कि पिछले सभी रिकॉर्ड टूटने जा रहे हैं।