‘चंबल में लड़कियों को शहरों जैसे अधिकार नहीं…’:

MP में सबसे कम उम्र की जिपं अध्यक्ष बोलीं- मंगेतर और ताऊ चाहते थे मैं राजनीति में आऊं….

मध्यप्रदेश पंचायत चुनाव के आखिरी चरण में 52 में से 51 जिला पंचायतों में अध्यक्ष के चुनाव हुए। 40 में BJP और 10 जिलों में कांग्रेस जीती। मुरैना से 23 साल की आरती गुर्जर निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गईं। वे इस पद पर सबसे युवा हैं। B.com पास आरती गुर्जर ने चुनाव जीतने के बाद  …. से खास बात की, उन्हीं के शब्दों में…

राजनीति में आने की प्रेरणा मुझे ताऊ बीएस गुर्जर से मिली। वे लोक निर्माण विभाग से रिटायर्ड कार्यपालन यंत्री हैं। राजनीति में एक्टिव हैं। उन्हें जौरा विधायक सूबेदार सिंह रजौधा का सपोर्ट रहा है। इतनी कम उम्र में राजनीति में आने के पीछे मेरा मकसद महिलाओं को उनके अधिकारों को दिलाना है। आज भी जिले (मुरैना) में महिला सशक्तिकरण की जरूरत है। महिलाओं और लड़कियों को वो अधिकार नहीं हैं, जो दूसरे शहरों में हैं।

मुरैना के ग्रामीण क्षेत्र बहुत पिछड़े हैं। मैं हमेशा से ग्रामीण क्षेत्रों के उत्थान के लिए सोचती थी। यह बात ताऊजी के सामने रखी तो उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है, जब तुम राजनीति में उतरो। इसके बाद मैंने राजनीति में जाने का मन बना लिया। मेरे मंगेतर भी चाहते हैं कि मैं राजनीति में आऊं।

आरती गुर्जर की शादी भिंड के मेहगांव में तय हुई है।
आरती गुर्जर की शादी भिंड के मेहगांव में तय हुई है।

मंगेतर निजी कंपनी में इंजीनियर

आरती गुर्जर की शादी भिंड जिले के मेहगांव में समृद्ध परिवार में तय हुई है। उनकी सगाई भी हो चुकी है। उनके मंगेतर निजी कंपनी में इंजीनियर हैं। यह उनकी अरेंज मैरिज होगी।

कम उम्र में बनाई खुद की पहचान

आरती गुर्जर ने मात्र 23 साल की उम्र में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर निर्विरोध निर्वाचित होकर पहचान बना ली है। उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि आरती का राजनैतिक करियर बहुत ऊंचा जाएगा।

सदस्य चुनाव में प्रतिद्वंद्वी को 144 वोट से हराया
निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं आरती गुर्जर ने जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी को 144 वोट से हराया था। वार्ड-15 से उन्हें 7905 वोट मिले। कांग्रेस की भागवती जगदीश राठौर को 7761 वोट मिले।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *