राज्यसभा के कामकाज में 16% गिरावट …?
मॉनसून सत्र में उच्च सदन में कोई विधेयक नहीं हुआ पारित, 23 सांसद सस्पेंड ….
संसद के मॉनसून सत्र के पहले सप्ताह के मुकाबले दूसरे सप्ताह राज्यसभा के कामकाज में गिरावट आई। पिछले सप्ताह उच्च सदन में 26.90% कामकाज हुआ, जो इस सप्ताह गिरकर 16.49% पर पहुंच गया है। इसके लिए विपक्ष के हंगामे को बताया जा रहा है। कई मुद्दों पर हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। हंगामा करने वाले सांसदों पर कार्रवाई भी हुई, अब तक राज्यसभा से 23 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। हैरानी की बात तो यह है कि संसद में कोई भी विधेयक पारित नहीं हो सका।
कामकाज में गिरावट से वेंकैया नायडू नाराज
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू कामकाज में गिरावट से नाराज हैं। उनका कहना है कि व्यवधान संसदीय लोकतंत्र का विनाश है। आंकड़ों के मुताबिक पहले दो सप्ताह के दौरान राज्यसभा के कामकाज में 21.58% की गिरावट दर्ज की गई है।
राज्यसभा का 40 घंटे और 45 मिनट समय बर्बाद
राज्यसभा सचिवालय के मुताबिक अब तक राज्यसभा में 10 बैठकों में सिर्फ 11 घंटे और 8 मिनट काम हुआ, जबकि इन बैठकों में 51 घंटे और 35 मिनट काम होना था। मतलब साफ है कि संसद में हंगामे के चलते करीब 40 घंटे और 45 मिनट समय बर्बाद हो गया है।