बैरिकेड तोड़ महाकाल मंदिर में घुसे भाजयुमो कार्यकर्ता …

सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मियों से भिड़े, दर्शन करने के लिए परेशान होते रहे श्रद्धालु…

उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) कार्यकर्ताओं ने जमकर उत्पात मचाया। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे थे। उनसे मिलने के लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ता महाकाल परिसर में पहुंच गए। सुबह करीब 10:30 बजे सूर्या के साथ कुछ कार्यकर्ता गर्भगृह में चले गए। बाकी कार्यकर्ताओं ने मंदिर के बैरिकेड्स तोड़कर नंदी हॉल में घुसने की कोशिश की।

जब सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका, तो बदतमीजी करते हुए कार्यकर्ता नंदी हॉल में घुस गए। इस दौरान वहां अफरातफरी मच गई। मंदिर में मौजूद श्रद्धालु सहम गए और काफी देर तक हंगामा चलता रहा। इस दौरान मंदिर समिति या प्रशासन का कोई अधिकारी वहां मौजूद नहीं था।

महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार को बैरिकेड तोड़कर नंदी हॉल में घुसते भाजयुमो कार्यकर्ता।
महाकालेश्वर मंदिर में बुधवार को बैरिकेड तोड़कर नंदी हॉल में घुसते भाजयुमो कार्यकर्ता।

अफसरों ने फोन बंद किए, कुछ ने कॉल नहीं उठाई
इस घटना के वक्त सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। मंदिर में बनी स्थिति को लेकर जब अधिकारियों को कॉल किया गया तो सभी के फोन बंद मिले। जिन अधिकारियों को फोन लगा भी, उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।

भाजयुमो कार्यकर्ताओं के हंगामे के वक्त सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर में मौजूद थे।
भाजयुमो कार्यकर्ताओं के हंगामे के वक्त सैकड़ों श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर में मौजूद थे।

गर्भगृह में प्रतिबंध के बाद भी विधायक ने किए दर्शन
महाकाल मंदिर में सावन के पहले से ही किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश देने पर प्रतिबंध लगाया था। सोमवार को इंदौर विधायक रमेश मेंदोला ने गर्भगृह में प्रवेश कर दर्शन किए। जिस पर मंदिर प्रशासन ने गर्भगृह निरीक्षक विजय डोडिया और प्रोटोकॉल कर्मचारी घनश्याम हाड़ा को निलंबित कर दिया था।

अपने बचाव के लिए नंदी हॉल में दर्शन की व्यवस्था
महाकाल मंदिर प्रशासन ने बुधवार सुबह मीडियाकर्मियों के वॉट्सऐप पर गर्भगृह और नंदी हाल में प्रवेश देने की व्यवस्था शुरू करने की सूचना दी थी। इस सूचना में टिकट वाले, प्रोटोकॉल या सामान्य जन जाएंगे इसका कोई उल्लेख नहीं था। विस्तृत जानकारी बाद में देने की बात कही गई थी। इस अधूरी जानकारी से ये स्पष्ट है कि घटना को लेकर बचाव करने के लिए ये सूचना डाली गई थी।

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