उन्नाव दुष्कर्म केस: कमलनाथ ने पीड़िता के परिवार को मध्यप्रदेश आकर बसने का न्योता दिया
भोपाल। उन्नाव दुष्कर्म केस में जमकर राजनीति जारी है। अब इस मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हो गए हैं। ताजा घटनाक्रम में कमलनाथ ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़ित की मां और परिजनों को मध्यप्रदेश आकर बसने का न्योता दिया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि पीड़ित और उसके परिजनों के लिए उत्तरप्रदेश सुरक्षित नहीं है, ऐसे में ये परिवार मध्यप्रदेश आकर बस सकता है और इसमें यहां की सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
बता दें कि उन्नाव दुष्कर्म केस में जल्द और पूर्ण न्याय करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने पीड़िता की चिट्ठी और उसकी मां की स्थानांतरण याचिका पर सुनवाई करते हुए मामले से जुड़े सभी पांचों मुकदमे लखनऊ की सीबीआई अदालत से दिल्ली की अदालत स्थानांतरित कर दिए। इसके अलावा कोर्ट ने पांचों मुकदमों का ट्रायल रोजाना सुनवाई कर 45 दिन में पूरा करने का आदेश दिया है। साथ ही पीड़िता को 25 लाख रुपए अंतरिम मुआवजा और पीड़िता व उसके परिवार को सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) की सुरक्षा देने का भी आदेश दिया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्नाव दुष्कर्म मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने ट्वीट किया कि पीड़िता की मां व परिजन असुरक्षा के कारण यूपी छोड़ने का निर्णय ले चुके हैं, ऐसे में मैं अपील करता हूं कि वे सभी मध्यप्रदेश आकर बस जाए। हमारी सरकार पूरे परिवार को सम्पूर्ण सुरक्षा प्रदान करेगी।
इसके अलावा कमलनाथ ने पीड़ित बच्ची के बेहतर इलाज, शिक्षा से लेकर सम्पूर्ण दायित्व निभाने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि पीड़िता और उसके परिवार को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। सरकार ने ये भी कहा कि केस दिल्ली ट्रांसफर होने पर उनके दिल्ली आने-जाने की भी पूरी व्यवस्था सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि पीड़ित बच्ची का प्रदेश की बेटी की तरह ख्याल रखा जाएगा।
बता दें कि 4 जून 2017 को उन्नाव में दुष्कर्म की घटना हुई थी। जिसमें भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गंभीर आरोप लगे थे। अभी इस मामले की जांच चल रही थी कि अप्रैल 2018 में पीड़िता के पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। इसके बाद 28 जुलाई को जब पीड़िता अपनी मौसी, चाची और वकील के साथ लखनऊ जा रही थी तब रास्ते में एक ट्रक ने उसकी कार को टक्कर मार दी जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई जबकि पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि सेंगर 2017 में सपा से भाजपा में आए थे और उसके बाद विधानसभा चुनाव में बांगरमऊ से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। हालांकि इस घटना के बाद भाजपा ने सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।