देश के 49वें CJI बने जस्टिस यूयू ललित, 102 सालों से वकालत के पेशे में है परिवार

शनिवार को राष्ट्रपति भवन में जस्टिस उदय उमेश ललित ने भारत के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद पर शपथ ग्रहण की. इस दौरान राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू भी मौजूद रहीं.

शनिवार को राष्ट्रपति भवन में जस्टिस उदय उमेश ललित ने भारत के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पद पर शपथ ग्रहण की. इस दौरान राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू भी मौजूद रहीं. सीजेआई जस्टिस उदय उमेश ललित ने देश के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली है. वह अगले 75 दिन तक सुप्रीम कोर्ट की अगुवाई करेंगे. इसके बाद देश के 50वें चीफ जस्टिस के रूप में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इस

सीजेआई यूयू ललित का परिवार पिछले 102 साल से वकालत के पेशे में है. जस्टिस ललित के दादा जी महाराष्ट्र के सोलापुर में वकालत का काम किया करते थे. इसके बाद इनके पिता उमेश रंगनाथ ललित ने इसे आगे बढ़ाया और हाई कोर्ट के जज बने. इनकी उम्र अब 90 साल है. जस्टिस ललित के दो बेटे हैं जिनमें से एक वकालत कर रहे हैं.

2जी घोटाले केस में बने थे स्पेशल पीपी

सीजेआई ललित 2014 में देश के टॉप क्रिमिनल वकीलों में शुमार थे. 2जी घोटाले के मामले में भी उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने स्पेशल पीपी नियुक्त किया था. इसके बाद इसी साल उन्हें वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था. वह दूसरे ऐसे जज है जिन्हें वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया था.

तीन क्षेत्रों में करेंगे काम

सीजेआई यूयू ललित का कार्यकाल दो महीने से थोड़ा ही ज्यादा रहेगा. वह आठ नवंबर को अपने पद से रिटायर होंगे. उन्होंने शुक्रवार को कहा कि वह अपने कार्यकाल में उन तीन क्षेत्रों पर जोर देंगे. उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी मेहनत करेंगे कि कम से कम एक संविधान पीठ सुप्रीम कोर्ट में पूरे साल काम करे.

इसके अलावा उन्होंने जो दो और क्षेत्र बताए हैं उनमें शीर्ष अदालत में सुनवाई के मामलों को सूचीबद्ध करना और जरूरी मामलों का उल्लेख करना शामिल है.

सीजेआई ललित कोंकण के सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ तालुके में स्थित गिर्ये कोठारवाड़ी गांव से हैं। यही से इनके दादा वकालत के लिए महाराष्ट्र के सोलापुर चले गए थे। इनके पिता 1974 से 1976 तक हाईकोर्ट में जज रहे।

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