जीआरपी ने जारी किए आंकड़े …? चलती ट्रेनों में दोगुना बढ़ गईं चोरी की घटनाएं, लूट का ग्राफ भी बढ़ा…
- 2018 से अब तक ट्रेनों में हुईं 9 हजार से ज्यादा चोरियां
- 2021 में ट्रेनों में हुईं थीं 883 चोरियां, इस साल 1651 मामले आए
जीआरपी ने जारी किए आंकड़े …? यात्रियों की सतर्कता से जहरखुरानी हुई कम
चलती ट्रेनों में लूट और महिलाओं के पर्स से कीमती सामान की चोरी की घटनाओं का ग्राफ एक बार फिर से बढ़ने लगा है। अब बदमाश भारी सामान के बजाए रात के अंधेरे में महिलाओं के पर्स से कीमती सामान चोरी कर रहे हैं। हालांकि यात्रियों की सतर्कता और समझदारी के कारण चलती ट्रेन में जहर खुरानी और मारपीट के मामलों में कमी आई है। यह बात जीआरपी द्वारा जारी किए गए आंकड़ों में सामने आई है।
इसके मुताबिक इस साल सात महीने के अंदर बदमाशों द्वारा जीआरपी एसपी भोपाल क्षेत्र में लूट की 52 वारदातें की जा चुकी हैं। इसमें मोबाइल और पर्स लूट की घटनाएं है। पुलिस ने 38 मामलों में 70 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। ट्रेनों में लूट का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले साल लूट की 39 वारदात हुई थीं। जिसमें 05 मामलों में खात्मा-खारजी लगाकर 34 मामलों का जीआरपी खुलासा कर चुकी है। दरअसल चलती ट्रेनों में वारदात करने के बाद बदमाश किसी भी स्टेशन पर उतरकर फरार हो जाते है। पुलिस के पास न इनका हुलिया होता है और न ही कोई सबूत। माना जाता है कि इन बदमाशों तक पहुंचना पुलिस के लिए काफी कठिन होता है।
इस साल… सबूत नहीं मिलने पर 283 मामलों में लगा खात्मा, चार खारिज
इस साल 31 जुलाई तक चोरी या पर्स चोरी के 1651 मामले जीआरपी में दर्ज हुए हैं। जिसमें साक्ष्य नहीं मिलने पर 283 मामलों में खात्मा लगाया गया। जबकि झूठी रिपोर्ट पाए जाने पर 04 मामलों को कोर्ट ने खारिज कर दिया। जीआरपी ने चोरी के 366 मामलों का खुलासा करते हुए 487 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस साल चोरी के 22 प्रतिशत मामलों का निराकरण किया है। जबकि 2018 में 3400 मामलों में से 2524 में खात्मा और 02 मामलों में खारजी लगाई गई थी। 858 मामलों का खुलासा करते हुए 1175 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। साल 2019 में 2262 मामलों में खात्मा और 02 में खारजी लगाई गई। पुलिस ने 622 मामलों में 836 आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। साल 2020 में 950 में से 519 मामलों में खात्मा काटा गया। 264 मामलों में 377 आरोपियों को पकड़ा गया। इसी तरह 2021 में 883 मामलों में 425 में खात्मा लगाना पड़ा। 439 मामलों में 684 आरोपियों को जेल भेजा।
पिछले साल नहीं हुई जहरखुरानी
साल 2021 में जहर खुरानी का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। इस साल जहरखुरानी का एक मामला सामने आया, जिसमें पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।