आचार संहिता से पहले भू​मिपूजन 40 दिन बाद भी नहीं बनीं सड़कें

आचार संहिता से पहले भू​मिपूजन 40 दिन बाद भी नहीं बनीं सड़कें

उस वक्त जनता को लुभाने के लिए सड़कों पर डामर की 20 मीटर सड़क सैंपल के रूप में डालकर दिखाने की कोशिश की थी, लेकिन मतदान होने के बाद भी अभी तक इन सड़कों पर काम चालू नहीं हो पाया है। अब चुनाव के दौरान कोई शिकवा-शिकायतें नहीं होंगी। मतदान हो चुका है और आचार संहिता लगे 40 दिन बीत गए हैं। तब भी एक दर्जन से ज्यादा सड़कें अधूरी ही पड़ी हुई हैं। कायाकल्प अभियान-2 और मुख्यमंत्री अधोसंरचना की सड़कों को बनाने काम पैसा नहीं आने की वजह से थमा हुआ है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव से पहले खराब हुई सड़कों को बनाने के लिए कायाकल्प योजना के दो चरणों में सड़कों का चयन कराया। ग्वालियर में पहले चरण में 23 सड़कें और दूसरे चरण में 16 सड़कें शामिल की गई थीं। इस तरह कुल 39 सड़कें बनाने का तय हुआ था, लेकिन एक सड़क लोनिवि द्वारा निर्माण करने से नगर निगम ने इसको निरस्त कर दिया था। इन सड़कों के नहीं बनने के कारण यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। इन सड़कों पर रोजाना उड़ती धूल के बीच गुजरने को मजबूर हैं। इस कारण वायु प्रदूषण भी बढ़ रहा है।

ये सड़कें अधूरी, जिस कारण लोग परेशान

सचिन तेंदुलकर मार्ग पर 20 मीटर का डामरीकरण कर आचार

संहिता से पहले छोड़ दिया था। अभी उसी स्थिति में सड़क है।

दौलतगंज मार्ग पर भी एक छोटे से टुकड़े पर सा डामर डाला गया था। इसके बाद काम फिर शुरू नहीं हो सका।

सात नंबर चौराहे से सीपी कॉलोनी सड़क मार्ग का काम चालू हो गया है, लेकिन 50% काम अभी भी अधूरा है।

गांधी नगर से कांतिनगर तक सड़क का एक कोड़ हो गया है। 50% काम हो गया है और शेष पर काम रुक गया।

लोहिया व दालबाजार की सड़क का काम शुरू नहीं हुआ है।

अचलेश्वर चौराहे से पुराने हाईकोर्ट तक का काम शुरू नहीं हुआ।

काला सैय्यद से बंडा पुल तक सड़क का निर्माण होना था। यह काम भी अभी तक चालू नहीं हो सका है।

रोशनी घर मार्ग की सड़क जीवाजी क्लब की तरफ से बन चुकी है, लेकिन इंदरगंज चौराहे की तरफ पानी की लाइन लीकेज होने से जुड़ाव नहीं हो सका है।

सचिन तेंदुलकर मार्ग, जिस पर 200 मीटर बनाकर भूमिपूजन किया गया था।

25 करोड़ से मुख्यमंत्री अधोसंरचना के तहत 20 सड़कें बनना हैं।

11.47 करोड़ की राशि कायाकल्प-2 में 16 सड़कें बननी हैं।

25.32 करोड़ से कायाकल्प-1 में 23 सड़कों पर काम होना है।

किसमें कितनी राशि मिली

स्मार्ट सिटी: अभी भी अधूरी, एक तरफ खतरनाक, रात में हो रही हैं दुर्घटनाएं

चुनाव से पहले तानसेन रोड को रेलवे क्रासिंग से हजीरा तक सड़क बनाने का काम स्मार्ट सिटी ने शुरू कराया था। रेलवे एरिया मैनेजर कार्यालय से सामुदायिक भवन तक एक तरफ का हिस्सा छोड़ दिया है। यहां सुरक्षा के लिए कुछ भी नहीं लगाया गया। इससे रात के वक्त वाहन चालक सड़क से नीचे उतर जाते हैं।

राशि न मिलने से काम शुरू नहीं कराया

कायाकल्प-2 और सीएम इंफ्रा की सड़कों का मामला

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