ग्वालियर : 7 साल स्ट्रीट लाइट लगाने और उतारने के लिए स्मार्ट सिटी ने 25 करोड़ नगर निगम को दिए
एलईडी प्रोजेक्ट:7 साल स्ट्रीट लाइट लगाने और उतारने के लिए स्मार्ट सिटी ने 25 करोड़ नगर निगम को दिए
शहर को दूधिया रोशनी से नहलाने वाला एलईडी प्रोजेक्ट के रखरखाव का जिम्मा आखिरकार निगम के खाते में आ गया है। ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने सिरदर्द बने प्रोजेक्ट से पीछा छुड़ाने के लिए 25 करोड़ की राशि निगम को दे दी है। निगम इस राशि से सात साल तक एलईडी प्रोजेक्ट की देखभाल करेंगा।
हालांकि एलईडी के खराब उपकरणों को बदलने का काम ईईएसएल कंपनी को करना है। 5 सितंबर को वायदा हुआ था कि दस हजार उपकरण सुधारने के लिए दिए जाएंगे। आज तक कंपनी ने उक्त उपकरण के रेट तक नई दिल्ली स्थित कंपनी में नहीं भेजे हैं।
नगरीय सीमा के 66 वार्डों में एलईडी लाइट लगाने का टेंडर पहले 52 हजार का हुआ था। 62 हजार एलईडी लाइट कंपनी ने लगा दी। जबकि ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा की 6 वार्डों में एलईडी लगी ही नहीं। दक्षिण विधानसभा में अभी-भी कई जगह सोडियम लाइट जल रही है।
चार दिन से ठीक नहीं हुई लाइट
निगम को सिर्फ ठीक लाइट को खंभे पर लगाना है। खराब लाइट की मरम्मत सात साल तक कंपनी को ही करके देना है। ये काम स्मार्ट सिटी की देखरेख में ही होना है। लेकिन पिछले चार दिन से कंपनी के बार एलईडी लाइट को ठीक करने वाला मटेरियल ही नहीं है। ऐसे में बंद पड़ी लाइटों को ठीक करना निगम के लिए मुश्किल हो रहा है।
कंपनी को बाेला है, सामान 1-2 दिन में आने की उम्मीद
निगम को 25 करोड़ रुपए दे दिए हैं। 7 साल तक ओएंडएम का काम करना है। एलईडी लाइट के उपकरण के लिए कंपनी सामान देगी। अभी कुछ दिन से सामान नहीं आने की सूचना थी। कंपनी को बोला है। एक-दो दिन में सामान आने की उम्मीद है।
-नीतू माथुर, सीईओ स्मार्ट सिटी