नियमों की अनदेखी …!
मेला परिसर में पटाखों की 15 से अधिक दुकानें लग चुकी हैं …
दीपावली त्योहर को आने में अभी 18 दिन बाकी हैं। लेकिन शहर के मेला परिसर में आतिशबाजी की दुकानें अभी से सजना शुरू हो गई है। वर्तमान में मेले में 15 से अधिक दुकानें पूरी तरह से सज चुकी हैं। खास बात यह है कि आतिशाबाजी की दुकान लगाने वाले दुकानदार शासन के नियमों का पालन नहीं की रहे हैं। इस कारण से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस बात की जानकारी प्रशासनिक और नगर पालिका अधिकारियों को होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
गौरतलब है कि शासन की ओर से दुकानें लगाने के लिए प्रशासन की ओर से लाइसेंस जारी कर दिया जाता है। लाइसेंस करने के बाद अधिकारियों को आतिशबाज़ी की दुकानों का निरीक्षण करना होता है। लेकिन शहर के मेला परिसर में लगी पटाखों की दुकानों का अधिकारियों की ओर से निरीक्षण नहीं किया जा रहा है।
दुकानों के बीच 10 फीट दूरी होना चाहिए: नियमानुसार आतिशबाजी दुकानों के बीच 9से 10 फीट की दूरी होना चाहिए। इसके अलावा आगजनी की पर काबू पानी के लिए अग्निशमन यंत्र होना चाहिए। लेकिन मेले में किसी भी आतिशबाजी की दुकान पर यह यंत्र नहीं लगा हुआ है।