ग्वालियर में गंदे पानी से बढ़ी पानी के कैंपर की खपत …!
बीते दिनों से शहर के कई हिस्सों में लगातार आ रही गंदे पानी की शिकायत से लोगों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है । खास तौर पर लोग पीने के पानी के लिए बाजारों में मिलने वाले मिनिरल वाटर के कैंपरों पर निर्भर हैं।
ग्वालियर. बीते दिनों से शहर के कई हिस्सों में लगातार आ रही गंदे पानी की शिकायत से लोगों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है । खास तौर पर लोग पीने के पानी के लिए बाजारों में मिलने वाले मिनिरल वाटर के कैंपरों पर निर्भर हैं। इससे आमदिनों की तुलना में पानी के कैंपरों की खपत लगभग 40 प्रतिशत बढ़ गई है। बता दें कि हाल ही के दिनों में लगातार हुई बारिश से तिघरा का जलस्तर बढ़ गया था और इसके परिणाम स्वरूप शहर के कई हिस्सों में मटमेला पानी आने की शिकायतें बढ़ने लगीं । इस पानी से लोग न तो भोजन पका सकते हैं और न ही यह पानी पीने लायक है । हालांकि शहर के बडे हिस्सें में लोगों के घर में पानी को साफ करने के लिए आरओ लगे हैं, लेकिन फिर भी कई शहरवासी एेसे भी हैं जिनके घरों में आरओ नहीं है। शहर में कैंपर का पानी सप्लाई करने वाले कमल बताते हैं कि मटमैले पानी के कारण शहरवासियों में अचानक ही पानी के कैंपर की मांग बढ़ गई है । हालांकि यह मांग अस्थायी है लेकिन फिर भी जनता की मांग पर पानी की आपूर्ति करनी पड़ती है ।
पीने लायक नहीं होता ताजा पानी
उपनगर ग्वालियर और ग्वालियर पूर्व विधानसभा के क्षेत्रों में इस समस्या से लाेग अधिक परेशान है । लोगों ने परेशानी बताते हुए कहा कि नलों में आने वाला ताजा पानी इतना मटमेला और बदबूदार होता है कि उसे पीना तो दूर उसे किसी अन्य काम में प्रयोग भी नहीं कर सकते । इससे दैनिक जीवन तो अस्तव्यस्त होता ही है साथ में अनेकों बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है ।
अभी तक पानी का एक कैंपर दो दिन तक चल जाता था । लेकिन जितना गंदा पानी इन दिनों आ रहा है अब कैंपर के पानी की खपत भी दो गुनी हो गई है।