ग्वालियर की थीम रोड बनी आम रोड, खराब कर रहे भारी वाहन
शहर के अंदर आने वाले भारी वाहन थीम रोड की सुंदरता को खराब कर रहे हैं। बीती रात ही धनिया से भरा एक ट्रक महल गेट के पास डिवाइडर पर पलट गया, जिससे डिवाइडर क्षतिग्रस्त हो गया और सड़क को भी नुकसान पहुंचा।
– रूट बदला जाए तो रुक सकते हैं हादसे
ग्वालियर शहर के अंदर आने वाले भारी वाहन थीम रोड की सुंदरता को खराब कर रहे हैं। बीती रात ही धनिया से भरा एक ट्रक महल गेट के पास डिवाइडर पर पलट गया, जिससे डिवाइडर क्षतिग्रस्त हो गया और सड़क को भी नुकसान पहुंचा। यहां रात में भारी वाहन फर्राटा भरते हैं। अगर इन वाहनों का रूट बदल दिया जाए, तो हादसे रुक सकते हैं। इन वाहनों को दूसरे मार्गों से होते हुए शहर के अंदर लाया जा सकता है।
स्मार्ट सिटी द्वारा 300 करोड़ रुपए की लागत से लश्कर क्षेत्र के प्रमुख 15.625 किमी लंबे मार्ग को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें महल गेट से लेकर मांडरे की माता चौराहे तक लगभग एक किमी लंबे मार्ग को हेरिटेज पर आधारित थीम रोड के रूप में विकसित किया गया है। यहां डिवाइडर पर लोहे के बजाय पत्थर की जालियां लगाई गई हैं, जो काफी महंगी तैयार होती हैं। झांसी रोड और शिवपुरी लिंक रोड से होते हुए जो वाहन थीम रोड पर आते हैं, उन वाहनों की वजह से रात में हादसे होते हैं। सबसे ज्यादा वाहन वह होते हैं जो रात में दाल बाजार, लोहिया बाजार और दौलतगंज जाते हैं। इसमें खाद्य पदार्थ, सरिया, लोहे का सामान और लकड़ी का सामान भरा होता है। इन वाहनों से अक्सर थीम रोड पर हादसे होते रहते हैं। भारी वाहनों के गुजरने से सड़क भी जल्दी खराब होती है। अगर इन वाहनों का रूट बदल दिया जाए तो थीम रोड की सुंदरता बरकरार रहेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है- रूट बदलने को लेकर प्रशासन की ओर से निर्णय लिया जा सकता है।
सोमवार को नुकसान का एस्टीमेट होगा तैयार
शनिवार की देर रात यह ट्रक डिवाइडर पर पलट गया था। इससे जालियां टूटने के साथ ही डिवाइडर भी क्षतिग्रस्त हो गया। रविवार की दोपहर एक बजे तक इस ट्रक को खाली कराकर सीधा किया गया और यहां से हटाया गया। गृह मंत्री अमित शाह के आगमन के चलते अधिकतर अमला कार्यक्रम में ही व्यस्त रहा। इसके कारण रविवार को नुकसान का आंकलन नहीं हो पाया है। फिलहाल शुरूआती तौर पर दो से ढाई लाख रुपए के निर्माण का नुकसान होना बताया गया है, लेकिन अधिकृत रूप से इसका आंकलन सोमवार को किया जाएगा। फिलहाल स्मार्ट सिटी ने इस डिवाइडर और टूटी जालियों को हरे पर्दे से ढंक दिया है।
अधिकारियों से की जाएगी चर्चा
स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को भी आशंका है कि भारी वाहनों की एंट्री से न सिर्फ सड़क, बल्कि ऐसे हादसों से थीम रोड पर कराए गए कीमती विकास कार्यों को भी खतरा पैदा हो जाएगा। ऐसे में जल्द ही नगर निगम और जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी कि थीम रोड पर भारी वाहनों का प्रवेश न हो। यदि मुख्य बाजारों तक कोई वाहन सामान उतारने आता भी है, तो उसकी एंट्री के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाए।