डीजीपी समेत 17 हजार पुलिसकर्मी मैदान में उतरे …!
डीजीपी समेत 17 हजार पुलिसकर्मी मैदान में उतरे, साढ़े नौ हजार वारंटी पकड़े गए
शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात यह कार्रवाई की गई। इसका उद्देश्य फरार अपराधियों को पकड़ना, सभी स्थायी व गिरफ्तारी वारंटों की तामीली और जिला बदर अपराधियों की चेकिंग करना था, ताकि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनी रहे।
पहली बार मध्य प्रदेश पुलिस ने एक साथ रातभर की कांबिंग गश्त …
मध्य प्रदेश पुलिस ने पहली बार प्रदेश भर में एक साथ कांबिंग गश्त की। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर कुमार सक्सेना से लेकर आरक्षक तक मैदान में उतरे। गश्त में नौ हजार 500 वारंटी और अपराधी पकड़े गए। संभवत: यह किसी भी राज्य में पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हो सकती है। करीब चार दिन से इसकी तैयारी गुपचुप तरीके से चल रही थी।
शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात यह कार्रवाई की गई। इसका उद्देश्य फरार अपराधियों को पकड़ना, सभी स्थायी व गिरफ्तारी वारंटों की तामीली और जिला बदर अपराधियों की चेकिंग करना था, ताकि प्रदेश में कानून व्यवस्था बनी रहे। इस गश्त में 17 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों ने हिस्सा लिया। इसमें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, आइजी, पुलिस आयुक्त, डीआइजी, सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक समेत लगभग 450 राजपत्रित अधिकारी शामिल थे। डीजीपी ने रात दो बजे पुलिस आयुक्त भोपाल मकरंद देउुस्कर के साथ हनुमानगंज थाना पहुंचकर गश्त का जायजा लिया। रात तीन बजे सभी जोनल आइजी से बात कर उनके जिलों में गश्त की जानकारी ली।
गश्त के दौरान गिरफ्तारी वारंट के लगभग छह हजार अपराधियों के साथ लगभग 2,600 स्थायी वारंटियों, 100 फरार अपराधियों, 200 ईनामी बदमाशों तथा लगभग 1000 से अधिक अन्य अपराधियों को पकड़ा गया। साथ ही एक हजार से ज्यादा जिलाबदर अपराधियों की चेकिंग की गई। कुछ अपराधी जिला बदर की शर्तों का उल्लंघन करते हुए पाए गए। इनके विरुद्ध अलग से कार्रवाई की जा रही है। डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि आगे भी ऐसी गश्त प्रदेश पुलिस द्वारा की जाएगी।