ग्वालियर : युवा नीति ….भ्रष्टाचार मुक्ति कोर्स में हो …?
युवा नीति:भ्रष्टाचार मुक्ति कोर्स में हो, रिटायरमेंट की उम्र घटे ताकि युवाओं को मिलें ज्यादा अवसर
कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों से संवाद कर ले रहे हैं सुझाव ….
प्रदेश की युवा नीति तैयार की जा रही है, इसके लिए छात्रों से, युवाओं को जागरूक किया जा रहा है, उनसे संवाद कर सुझाव लिए जा रहे हैं। इन सुझाव और फीडबैक के आधार पर ही राज्य की युवा नीति का निर्माण किया जाएगा।
प्रदेश भर के यूनविर्सिटी और कॉलेजों से लगातार युवाओं से सुझाव लेने के लिए संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, इसके अलावा जागरूकता के लिए रैली और सेमिनार भी किए जा रहे हैं। ताकि राज्य की युवा नीति के निर्माण को लेकर चल रही प्रक्रिया में ज्यादा से ज्यादा युवा शामिल हो सकें।
युवाओं के जरिए राज्य की नई युवा नीति को लेकर जो सुझाव आ रहे हैं वह प्रैक्टिकल तो हैं लेकिन किस तरह से इन्हें राज्य की युवा नीति में शामिल किया जाएगा, इसको लेकर गफलत है। इन सुझावों में मुख्यत: भ्रष्टाचार मुक्ति कोर्स में शामिल करना युवाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर देने के हैं।
विद्यार्थियों के लिए स्वास्थ्य बीमा, कैंपस प्लेसमेंट पर भी जोर दिया जाए
- युवाओं को और ज्यादा अवसर देने के लिए रिटायरमेंट की आयु कम की जाए।
- भ्रष्टाचार मुक्ति संबंधित पाठ्यक्रम तैयार किए जाएं ताकि युवा इसको लेकर जागरूक रहें और सामाजिक जीवन में आने पर इससे बचें और रोकने के प्रयास भी करें।
- सभी संस्थान में सीएम हेल्पलाइन की तरह स्थानीय स्तर पर समस्या निराकरण की व्यवस्था की जाए।
- छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए विशेष प्रयास किए जाएं।
- खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट करने वालों पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न हो सके।
- छात्र- छात्राओं सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए, शैक्षणिक संस्थान के बाहर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएं।
- विद्यार्थियों का स्वास्थ्य बीमा किया जाए।
- कैंपस प्लेसमेंट पर जोर दिया जाए।
- कौशल विकास के साथ विद्यार्थियों की ट्रेनिंग अच्छे औद्योगिक संस्थाओं में कराई जाए।
विद्यार्थियों के सुझाव आ रहे हैं
राज्य युवा नीति को लेकर विद्यार्थियों के सुझाव आ रहे हैं, उनका झुकाव रोजगार, स्वास्थ्य के साथ भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था पर भी है।
– प्रो. एसके द्विवेदी, अधिष्ठाता, छात्र कल्याण, जीवाजी यूनिवर्सिटी