राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से जुड़े मामले में सीबीआई जांच हो

राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से जुड़े मामले में सीबीआई जांच हो, कांग्रेस ने उठाया मुद्दा

कांग्रेस नेता जीतू पटवारी का आरोप…। राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत के प्रकरण में लापता हुए मानसिंह पटेल की सीबीआई जांच हो…।

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भोपाल/सागर। मध्यप्रदेश में सिंधिया के करीबी राजस्व व परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ‘जमीन के मामलों’ में घिरते जा रहे हैं। कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (jitu patwari) ने सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मामला गंभीर है। जमीन मालिक 6 साल से लापता है। गौरतलब है कि गोविंद सिंह पिछले माह से इसलिए भी सुर्खियों में हैं कि उन्हें 50 एकड़ जमीन ससुराल से दान में मिली है और जैसी नगर में मंदिर की 125 एकड़ जमीन को भी हड़पने के आरोप लग रहे हैं।

मामला 2016 का है। तब मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर सागर के पिली रोड पर स्थित उनके कालेज से लगी हुई एक जमीन (174/17) को हड़पने के आरोप लगे थे। यह जमीन मानसिंह पटेल के नाम पर थी, जो सब्जी भाजी उगाकर अपने परिवार का पेट पाल रहा था। इस जमीन पर गोविंद सिंह राजपूत का कालेज बन गया। जमीन की कीमत करीब 1 करोड़ 11 लाख के करीब बताई गई है। मामला तब उजागर हुआ जब मानसिंह के नाम की जमीन गोविंद सिंह राजपूत के नाम पर हो गई। जब यह बात पता चली तो मानसिंह ने तहसीलदार और सिटी मजिस्ट्रेट के यहां आवेदन दिया था। तब गोविंद सिंह राजपूत ने भी माना था कि उन्हें इस बात का पता नहीं है कि कैसे मानसिंह की जमीन उनके नाम हो गई। इसके बाद समझौता करने के लिए मानसिंह को गोविंद सिंह राजपूत की ओर से बुलाने की बात सामने आई थी।

मई 2016 में मानसिंह ने सिविल लाइन थाने में शिकायत की थी, लेकिन उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई होती, इसके पहले ही अगस्त 2016 में मानसिंह अचानक लापता हो गया। उनके बेटे सीताराम पटेल ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई थी, इसके बाद अब तक 6 साल से ज्यादा का समय बीत गया, लेकिन मानसिंह का कोई पता नहीं चल सका।

jitu.jpgमंत्री पर यह है आरोप

मानसिंह के बेटे और पत्नी का आरोप है कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की ओर से उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। हर दो-चार दिनों में कुछ लोग आते थे और उन्हें धमकाते थे। कहते थे कि यदि कहीं इस मामले की शिकायत लेकर गए तो जान से हाथ धोना पड़ेगा।

अब सुप्रीम कोर्ट पहुंचा बेटा

अब पिछले सप्ताह ही मानसिंह का बेटा सीताराम सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। उसने गोविंद सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ याचिका दायर की है। साथ ही यह भी मांग की है कि उनके पिता मानसिंह को कोर्ट में पेश किया जाए।

ससुराल की जमीन भी चर्चाओं में…

इससे कुछ दिन पहले दिसंबर 2022 से ही मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की चर्चा 50 एकड़ जमीन को लेकर हो रही है। यह जमीन उनके ससुराल की ओर से दान में मिली है। यह जमीन मंत्री ने पहले तो अपने सालों के नाम से खरीदी फिर दान पत्र लिखवाकर उसे अपने आपको दान करवा लिया। यह आरोप पूर्व भाजपा नेता राजकुमार धनोरा ने लगाए थे। इस मुद्दे पर गोविंद सिंह राजपूत का बयान आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि किसी से ब्लड रिलेशन है और उसके पास जमीन जायदाद है, तो वह दान पत्र लिख सकता है। दानपत्र का काम चोरी छिपे नहीं होता, बकायदा रजिस्टर्ड होता है। इसके लिए कोर्ट भी जाना पड़ता है। राजपूत ने कहा कि उनकी ससुराल में एक जमीन में 600 से 800 एकड़ तक जमीन हुआ करती थी, आज भी 400 से 500 एकड़ जमीन है।

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मंदिर की 125 एकड़ जमीन हड़पने का आरोप

दिसंबर में सागर जिले की जैसीनगर तहसील में श्रीजानकी रमण मंदिर की 125 एकड़ जमीन हड़पने की कोशिश का मामला सामने आया था। इस मामले में अयोध्या के संत एवं मंदिर के व्यवस्थापक जगदीश दास ने आत्महत्या की चेतावनी दी थी। जगदीश दास ने राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत और एसडीएम सपना त्रिपाठी पर 125 एकड़ जमीन हड़पने के गंभीर आरोप लगाए थे। यह मंदिर सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र में आता है।

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