इंदौर : देश में 12 लाख से ज्यादा डॉक्टर, हजारों अस्पताल खुले …?
विजन @2047:देश में 12 लाख से ज्यादा डॉक्टर, हजारों अस्पताल खुले; अब निवेश और मेडिकल टूरिज्म बढ़ाने पर जोर
- ‘अमृत काल में भारतीय हेल्थकेयर को बढ़ावा देने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका- विजन @ 2047’
सम्मेलन के दूसरे दिन सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडावदिया ‘अमृत काल में भारतीय हेल्थकेयर ईको-सिस्टम को बढ़ावा देने में प्रवासी भारतीयों की भूमिका : विजन @ 2047’ पर संबोधित करेंगे। इससे पहले रविवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश के लिए प्रवासी भारतीयों को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, प्रदेश में मेडिकल कॉलेज खोलकर चिकित्सा को बढ़ावा दें। करीब साढ़े 3 करोड़ भारतीय 210 देशों में रह रहे हैं।
इलाज में होने वाले खर्च की लागत कम होने से भारत सबसे पसंदीदा मेडिकल टूरिज्म प्लेस बनने की ओर बढ़ गया है। यूएसए में एक बायपास सर्जरी में 1 लाख 30 हजार डॉलर का खर्च आता है तो हमारे यहां 5 लाख से भी कम लागत में ये ऑपरेशन हो जाते हैं। टियर 2 और 3 शहरों में यह लागत और कम हो जाती है। मप्र की आर्थिक राजधानी इंदौर में निजी अस्पतालों की संख्या 330 से ज्यादा हो गई है। फिर भी सबसे बड़ी चुनौती उन मरीजों को आकर्षित करने की है जो यहां इलाज के लिए आना चाहते हैं। विदेशों में बसे प्रवासी डॉक्टर्स कहते हैं कि विदेशों में सुरक्षित इलाज की गारंटी होती है। इसकी वजह यह है कि वहां के कानून सख्त हैं। एक क्लिक पर किसी भी डॉक्टर का प्रोफाइल देखा जा सकता है। भारत में इसी तरह की व्यवस्था को लागू करना होगा।
कोरोना काल में भारत सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश बना
- आईएमए के डॉ. रवि वानखेड़े कहते हैं, अब समय आ गया है कि मेडिकल टूरिज्म को बढ़ाया जाए। पहले 50 हजार डॉक्टर भी नहीं थे, अब 12 लाख से ज्यादा डॉक्टर हमारे पास हैं। प्रशिक्षित नर्स, स्टाफ, अत्याधुनिक मशीनें हैं। कोरोना काल में भारत सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश बना।
- सिंगापुर में ईएनटी सर्जन डॉ. शिरीष जौहरी कहते हैं, विदेशों में 1 लाख से ज्यादा भारतीय डॉक्टर काम कर रहे हैं। नॉलेज शेयरिंग, मेडिकल टूरिज्म को बढ़ाने में उनकी सहभागिता पर बात हो सकती है। सरकार जितना बजट खर्च करती है, उसी में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया जा सकता है।
- डॉ. संजीव अग्रवाल कहते हैं, यूके की आबादी 67 मिलियन है, जबकि 7 मिलियन लोग ऑपरेशन की वेटिंग लिस्ट में हैं। सीमित संसाधन हैं। ऑपरेशन के लिए दूसरे देशों में जाएं, लेकिन इस बात का आश्वासन मिले कि ऑपरेशन सुरक्षित होगा। दरअसल यूके सहित अन्य देशों में डॉक्टर का पूरा प्रोफाइल होता है। इसमें यह भी लिखा होता है कि डॉक्टर को कितना अनुभव है? कितने ऑपरेशन किए हैं? वहां अगर किसी ऑपरेशन में गड़बड़ हो जाए तो डॉक्टर को अगली बार काम करने की अनुमति नहीं होती है।