कानपुर : डायल-112 के SP की सह पर तीन दरोगा कर रहे उगाही …!

कानपुर में वसूली के ‘सिंडीकेट’ का खुलासा:डायल-112 के SP की सह पर तीन दरोगा कर रहे उगाही; हाईवे पर भी हो रही लाखों की वसूली
कानपुर में अब तक आपने पुलिस पर वसूली करने के सैकड़ों मामले सुने होंगे। लेकिन, अब डायल-112 में तैनात पुलिस कर्मियों ने वसूली से त्रस्त होकर वसूली के सिंडीकेट के खुलासा का एक पत्र वायरल कर दिया है।

इसमें डायल-112 के एसपी किस तरह तीन दरोगाओं के साथ मिलकर वसूली का सिंडीकेट चला रहे हैं। उसका खुलासा किया गया है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने जांच बैठा दी है।

वसूली त्रस्त पुलिस कर्मियों ने वायरल किया पर्चा

वायरल पर्चे में लिखा है कि डायल-112 में तैनात पुलिस कर्मियों से डेढ़ साल से वसूली की जा रही है। डायल-112 में तैनात पूर्व एसपी बसंत लाल ने वसूली की शुरुआत की थी।

उनकी सह पर डायल-112 में तैनात दरोगा हंसाराम पुलिस कर्मियों से वसूली करता था। यूपी-112 में बीते छह माह से प्रदेश में ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं हो रही है, लेकिन कानपुर के एसपी डायल-112 राहुल मिठास ने वसूली की इंतहा कर दी है।

इससे परेशान होकर परेशान पुलिस कर्मियों ने वसूली के सिंडीकेट का खुलासा करने के लिए भाजपा कार्यालय दक्षिण, हाईवे पर सैकड़ों पोस्टर वसूली के सिंडीकेट का चस्पा कर दिया। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

किस तरह हो रही वसूली समझें पूरी गणित…

  • पीआरवी का औचक निरीक्षण करके जरा सी भी लापरवाही मिलने पर कम से कम रोजाना दो से तीन गाड़ियों की रपट लिखाई जाती है। इसके बाद जीडी मुंशी कैरेक्टर रोल खराब करने की धमकी देता है और प्रति व्यक्ति 10 से 15 हजार रुपए लेना व उनके बदले पीआरवी पर तैनाती के नाम पर 20 से 30 हजार रुपए की वसूली की जा रही है।
  • डायल-112 के एसपी अपने प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा पीआरवी में तैनात पुलिस कर्मियों का वीडियो बनवाना और शिकायत कराना। इसके बाद जांच में क्लीनचिट के नाम पर 10 से 15 हजार रुपए की वसूली और उनकी जगह नए पुलिस कर्मियों की तैनाती पर 20 से 30 हजार की वसूली का खेल चल रहा है।

हाईवे पर लाखों की वसूली, तीन दरोगा चला रहे सिंडीकेट

इसके साथ ही एसपी डायल-112 राहुल मिठास पर हाईवे पर मोटी वसूली कराने का भी गंभीर आरोप लगा है। वायरल पर्चे में लिखा है कि बिल्हौर, घाटमपुर, सचेंडी और महाराजपुर में हाईवे पर पीआरवी से रोजाना लाखों रुपए की वसूली कराई जाती है।

जीडी प्रभारी दरोगा ओमप्रकाश मिश्रा और दरोगा हंसाराम हाईवे पर तैनात पीआरवी से रोजाना 30 से 40 हजार रुपए की वसूली का हिसाब लेते हैं। आरोप है कि डायल-112 में तैनात दरोगा हंसाराम, ओमप्रकाश मिश्रा और रपट मुंशी ओमप्रकाश मिलकर पूरा वसूली का सिंडीकेट चला रहे हैं।

ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर भी मोटी वसूली

वायरल पर्चे में पुलिस कर्मियों ने अपना दर्द लिखते हुए कहा कि पुलिस कर्मियों का दर्द बस इतना है कि जहां रहते हैं उसके 10 किमी. के दायरे में ड्यूटी करना चाहते हैं। सिर्फ इसके लिए भी मोटी वसूली की जा रही है। इतना ही नहीं छह महीने अभी पूरे नहीं हुए हैं और ट्रांसफर लिस्ट तैयार होने लगी है। लोगों से वसूली करके मनचाही पोस्टिंग का खेल शुरू हो गया है।

कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने वसूली के मामले में दिया जांच का आदेश।
कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने वसूली के मामले में दिया जांच का आदेश।

पुलिस कमिश्नर ने दिया जांच का आदेश

पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल यूपी-112 कानपुर के संदर्भ में लिखे हुए पर्चे को संज्ञान में लिया गया है। पीआरवी के पुलिस कर्मियों से वसूली के आरोप की जांच डीसीपी मुख्यालय रवीना त्यागी को दी गई है। इसके साथ ही यह निर्देश भी दिया है कि जांच त्वरित, प्रभावी एवं पारदर्शी तरीके से हो ताकि सही एवं प्रभावी कार्यवाही अविलम्ब की जा सके।

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