भोपाल । जिले के 33 समूह की 87 शराब दुकानें वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन आखिर नीलाम हो गई। इस बार शराब दुकानों को नीलाम करने के लिए आबकारी अधिकारियों को काफी मशक्कत करना पड़ी। नीलामी के लिए आवेदन मंगाए गए, लेकिन किसी ठेकेदार ने रुचि नहीं दिखाई। इसके बाद लाटरी प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन इसमें भी ठेकेदारों ने हिस्सा नहीं लिया। फिर विभाग ने दुकानों को नीलाम करने के लिए ई-टेंडर प्रक्रिया शुरू की। इसके सात चरणों में सभी दुकानों को नीलाम किया गया। हालांकि इस बार दुकानों का रिजर्व प्राइस 971 करोड़ रुपये रखा गया था। जिससे 20 से 25 प्रतिशत कम में विभाग ने दुकानों को ठेकेदारों को नीलाम किया है। सभी दुकानें लगभग 798 करोड़ में नीलाम हुई हैं।
आखिरी दिन नौ समूह की दुकानों के लिए आए 75 टेंडर
भोपाल जिले की बची हुई नौ समूह की सभी डेढ़ दर्जन शराब दुकानों के लिए शुक्रवार को सातवे चरण में टेंडर खोले गए। आखिरी दिन सर्वाधिक 75 आफर आए। इन लोगों ने रिजर्व प्राइस (आरपी) से 23. 43 प्रतिशत से 49.02 प्रतिशत तक कम के आफर दिए। 293 करोड़ की इन दुकानों के लिए 203 करोड़ की बोली लगाई गई। 25 प्रतिशत से कम तक के आफर वाली दुकानों के टेंडर स्वीकार किए गए। आबकारी कंट्रोलर सजेंद्र मोरी ने बताया कि वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन 33 समूह की सभी 87 शराब दुकानोंं को लगभग 798 करोड़ में नीलाम कर दिया गया है।