इंदौर : कोचिंग क्लासों का अब होगा फायर ऑडिट ..यह होना चाहिए इंतजाम ..!
दिल्ली के हादसे के हरकत में आई पुलिस …
शहर के कोचिंग संस्थानों का आफायर ऑडिट शुरू होने जा रहा है। इससे पहले शहर के कुछ बड़े कोचिंग क्लास को बोला गया है कि अपने यहां पर सारे सुरक्षा इंतजाम कर कर रखें। इसके बाद टीम आकर ऑडिट करेगी। अगर कोई कमी निकली तो कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली में हाल ही में कोचिंग क्लास में आग लग गई थी। वहां पर मौजूद विद्यार्थियों को खिड़की से बाहर निकला पड़ा। रस्सी के सहारे नीचे उतरते हुए कुछ गिर भी गए थे। इसका वीडियो के वायरल होने के सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई है। इंदौर पुलिस ने शहर के उन बड़े कोचिंग संस्थाओं को लेटर लिखा है। पहले चरण में उन संस्थाओं का चयन किया गया है जहां पर 500 से ज्यादा बच्चे हैं। एसीपी आनंद सोनी ने बताया कि सभी से कहा है कि आगजनी से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था है कि नहीं यह चेक कर लें। उन्हें अपने यहां पर सारे सुरक्षा इंतजाम करने के लिए कहा गया है। इसके बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड का संयुक्त दल हर संस्था का फायर ऑडिट करेगा। अगर वहां पर तय मानक नहीं पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद छोटी संस्थाओं का जहां पर 100 के लगभग बच्चे हैं वहां का भी ऑडिट किया जाएगा ताकि हमारे यहां पर भी इस किसी भी तरह का हादसा नहीं हो, बच्चे सुरिक्षत रहे।
यह होना चाहिए इंतजाम
-जिन बिल्डिंग में कोचिंग क्लास लग रही हैं वहां पर मॉल की तरह फायर एक्जिट होना चाहिए, जिससे जल्दी बाहर जाया जा सके।
– सीढिय़ों की चौड़ाई बिल्डिंग में उपस्थित लोगों के हिसाब से होना चाहिए ताकि भगदड़ की स्थिति न बने।
– आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्यूशर हो। वह चालू हालत में होने चाहिए।
– इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जो भी वहां पर लगे हैं। उनकी जांच कर यह सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित हों।
– बिजली के मामले में किसी भी जुगाड़ का इस्तेमाल नहीं किया जाए।
– हर तल पर पानी के होज पाइप होना चाहिए ताकि आग लगने पर मदद मिल सके।
– कम से कम पांच हजार लीटर पानी स्टोरेज लायक टैंक होना चाहिए।
-जिन बिल्डिंग में कोचिंग क्लास लग रही हैं वहां पर मॉल की तरह फायर एक्जिट होना चाहिए, जिससे जल्दी बाहर जाया जा सके।
– सीढिय़ों की चौड़ाई बिल्डिंग में उपस्थित लोगों के हिसाब से होना चाहिए ताकि भगदड़ की स्थिति न बने।
– आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्यूशर हो। वह चालू हालत में होने चाहिए।
– इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जो भी वहां पर लगे हैं। उनकी जांच कर यह सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित हों।
– बिजली के मामले में किसी भी जुगाड़ का इस्तेमाल नहीं किया जाए।
– हर तल पर पानी के होज पाइप होना चाहिए ताकि आग लगने पर मदद मिल सके।
– कम से कम पांच हजार लीटर पानी स्टोरेज लायक टैंक होना चाहिए।