सबसे अधिक राजस्व देने वाले गुरुग्राम की सड़कों का बुरा हाल ..?

सबसे अधिक राजस्व देने वाले गुरुग्राम की सड़कों का बुरा हाल ….

जाम के कारण लोगों को करना पड़ रहा है परेशानी का सामना, बरसात में होता है जलभराव

गुरुग्राम। साइबर सिटी में रहने वाले लोग करोड़ों रुपये टैक्स देने के बाद भी टूटी सड़कों और ट्रैफिक जाम से परेशान हैं। बारिश में सड़कों पर जलभराव के कारण बने गहरे गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं। शहर में कोई ऐसी सड़क नहीं है जो टूटी न हो और उस पर जाम न लगता हो। प्रदेश को जिले से सबसे ज्यादा राजस्व मिलता है, पर हालात सुधरने के बजाय बदतर होते जा रहे हैं। करोड़ों रुपये बजट वाले जीएमडीए पर शहर की मास्टर सड़कों की मरम्मत व निर्माण का जिम्मा है, लेकिन जीएमडीए के अधिकारियों की ओर से इसे नजरंदाज किया जा रहा है। तीन दिन हुई बारिश से शहर की सड़कों के हालात बिगड़े हैं। उनको दुरुस्त करने वाला कोई नहीं है। सड़कें गड्ढों में बदल चुकी हैं। कालोनियों और सेक्टरों में सीवर ओवरफ्लो हैं। सड़कों की मरम्मत के लिए विभागों को मानसून से पहले काफी समय मिला था, लेकिन गड्ढे तक नहीं भरे गए हैं।

इन सड़कों का है बुरा हाल
जिन सड़कों के रखरखाव की जिम्मेदारी नगर निगम गुरुग्राम की है। उसमें सेक्टर चार-सात, नौ, नौ ए, दस, दस ए, 15, 39, 40, 45, 46, 47, 55, 56, 57 सहित पुराने शहर की कालोनियों की सड़कें जर्जर हो चुकी हैं। जबकि हीरो-होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक तक की सड़क पर एक-एक फीट गहरे गड्ढे हो चुके हैं। इन गड्डों में जलभराव होने के कारण यह किसी को नजर नहीं आ रहे हैं। जिस कारण वाहनों को भी इससे नुकसान हो रहा है। एसपीआर यानी सदर्न पेरिफेरल रोड पर पाम हिल्स सोसाइटी के नजदीक लगभग 100 मीटर सड़क टूटी है। जलभराव होता है। रोजाना दो किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है। सड़क ठीक करने की जिम्मेदारी जीएमडीए की है।

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