ग्वालियर । प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए ग्वालियर-चंबल राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ है। ग्वालियर-चंबल से ही भोपाल का रास्ता तय होगा। यही वजह है कि अंचल की 34 सीटों को जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने दिग्गज नेताओं को मैदान में उतार दिया है। 2018 में कांग्रेस ने 27 सीटें जीतकर बढ़त बना ली थी। इस बार भी कांग्रेस आला कमान ग्वालियर-चंबल पर पूरा फोकस किए है। वहीं भाजपा ने भी 2018 के नतीजों से सबक लेकर अंचल के लिए विशेष रणनीति तैयार की है।

बूथ स्तर तक दोनों दलों का फोकस

आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों का फोकस बूथ स्तर तक है। भाजपा नेता जिला मुख्यालय से लेकर बूथ स्तर तक विकास यात्रा के जरिए मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस ने हाथ से हाथ जोड़ो अभियान कर प्रत्येक विधानसभा के बूथ स्तर तक अपनी पहुंच बनाने की कोशिश की है।

दोनों दल ऐसे झोंक रहे अंचल में ताकत

ग्वालियर-चंबल के कार्यकर्ताओं में जोश भरने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की ग्वालियर में 21 जुलाई को सभा होगी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह निरंतर अंचल में घूम रहे हैं। दूसरी तरफ भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया के लगातार प्रवास हो रहे हैं। सिंधिया सामाजिक सम्मेलनों के जरिए लोगों के बीच में जा रहे हैं। चुनाव तक यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे की सभा हो सकती है।

शिवराज, सिंधिया, तोमर गिना रहे उपलब्धियां

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया मतदाताओं को केंद्र और प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हाल में ही ग्वालियर में हजार बिस्तर अस्पताल का लोकार्पण किया। सिंधिया अपनी सभाओं में दशहरा तक एलिवेटेड रोड का पहले चरण का कार्य पूरा होने की बात रख रहे हैं। विमानतल विस्तार का कार्य तेज गति से चल रहा है।

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