कूनो में चीतों की मौत का जिम्मेदार कौन? अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हो रही
कूनो में चीतों की मौत का जिम्मेदार कौन?……… ट्वीट किया- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब हो रही ..!

जयराम रमेश ने लिखा-विज्ञान और पारदर्शिता को पीछे़ छोड़ देने पर ऐसा होता है
कूनो में चीते की मौत पर कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयराम रमेश ने ट्वीट कर लिखा- कूनो में ज़रूर बड़ी चूक हुई है। आज सुबह नौवें चीते की भी मौत हो गई। यह तर्क पूरी तरह से बकवास है कि ये मौतें अपेक्षित हैं। अंतरराष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों द्वारा इसे ख़ारिज़ कर दिया गया है। ऐसा तब होता है जब विज्ञान और पारदर्शिता को पीछे छोड़ दिया जाता है। ऐसा तब होता है जब किसी व्यक्ति के लिए दिखावा और अपना गुणगान ही सबसे उपर हो जाता है।
ये है मामला
कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता धात्री (टिबलिसी) की मौत हो गई है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक असीम श्रीवास्तव ने कहा- धात्री सुबह मृत पाई गई। मौत की वजह पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। 26 मार्च से अब तक 9 चीतों की मौत हो चुकी है। इनमें तीन शावक भी शामिल हैं, जिनका जन्म कूनो में हुआ था। इसके पहले कूनो प्रबंधन ने प्रेस नोट जारी कर कहा, ‘कूनो नेशनल पार्क में बाड़े में रखे गए 14 चीते (7 नर, 6 मादा और 1 शावक) स्वस्थ हैं। कूनो और नामीबिया के वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट्स लगातार उनका हेल्थ चेकअप कर रहे हैं।
कब-कब हुई कूनो में चीतों की मौत…
26 मार्च 2023: किडनी इन्फेक्शन से साशा की मौत
नामीबिया से लाई गई 4 साल की मादा चीता साशा की किडनी इन्फेक्शन से मौत हो गई थी। वन विभाग के मुताबिक 15 अगस्त 2022 को नामीबिया में साशा का ब्लड टेस्ट किया गया था, जिसमें गड़बड़ी पाई गई थी। इससे ये पुष्टि होती है कि साशा को किडनी की बीमारी भारत में लाने से पहले ही थी। साशा की मौत के बाद चीतों की संख्या घटकर 19 रह गई थी।
27 मार्च 2023 को नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था। इसके साथ ही कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 23 हो गई थी।
23 अप्रैल 2023: नर चीता उदय की हार्ट अटैक से गई जान
साउथ अफ्रीका से लाए गए चीते उदय की मौत हो गई थी। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट के आधार पर मध्यप्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान ने कहा था कि हार्ट में खून का बहाव रुकने के कारण उदय की मौत हुई। यह भी एक प्रकार का हार्ट अटैक है। इसके बाद कूनों में शावकों सहित चीतों की संख्या 22 रह गई थी।
9 मई 2023: मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौतदक्षा को दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था। चौहान ने बताया कि मेल चीते को दक्षा के बाड़े में मेटिंग के लिए भेजा गया था। मेटिंग के दौरान ही दोनों में हिंसक इंटरैक्शन हो गया। मेल चीते ने पंजा मारकर दक्षा को घायल कर दिया था। बाद में उसकी मौत हो गई। इसके बाद कूनों में शावकों सहित चीतों की संख्या 21 रह गई।
23 मई 2023: ज्वाला के एक शावक की मौत
मादा चीते ज्वाला के एक शावक की मौत हो गई। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान ने बताया कि ये शावक जंगली परिस्थितियों में रह रहे थे। 23 मई को श्योपुर में भीषण गर्मी थी। तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस था। दिनभर गर्म हवा और लू चलती रही। ऐसे में ज्यादा गर्मी, डिहाइड्रेशन और कमजोरी मौत की वजह हो सकती है। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 20 रह गई थी।
25 मई 2023: ज्वाला के दो और शावकों की मौत
पहले शावक की मौत के बाद तीन अन्य शावकों को विशेषज्ञों की देखरेख में रखा गया था। इनमें से दो की मौत हो गई। ज्यादा तापमान होने और लू के चलते इनकी तबीयत खराब होने की बात सामने आई। ज्वाला के इकलौते बचे शावक की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। इसके बाद कूनो में एक शावक सहित 18 चीता बचे थे।
11 जुलाई 2023: नर चीता तेजस की जान गई
चीते तेजस की गर्दन पर घाव था, जिसे देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि चीतों के आपसी संघर्ष में उसकी जान गई। तेजस की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में 17 चीते बचे थे।
14 जुलाई 2023: मेल चीता सूरज ने दम तोड़ा
अफ्रीका से लाए गए मेल चीता सूरज का शव 14 जुलाई की सुबह मिला। जानकारी के अनुसार तेजस और सूरज के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस संघर्ष में सूरज भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। सूरज की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में 16 चीते बचे थे।