ग्वालियर : उप पंजीयक, दस्तावेज लेखक की मिलीभगत का आरोप !
डायवर्जन की 35000 वर्गफीट पर निर्माण, 600 वर्गमीटर बताकर एक करोड़ की स्टाम्प ड्यूटी चोरी ..
उप पंजीयक, दस्तावेज लेखक की मिलीभगत का आरोप, जिला पंजीयक ने दर्ज किया प्रकरण
ऐसे छिपाए तथ्य, की स्टाम्प ड्यूटी चोरी …
ग्वालियर। जिला पंजीयक कार्यालय में स्टाम्प ड्यूटी चोरी का बड़ा कारनामा सामने आया है। डायवर्जन भूमि को कृषि भूमि बताया और भूमि को सड़क से हटकर बताकर स्टाम्प ड्यूटी चोरी की गई, जब यह मामला पंजीयन विभाग के संज्ञान में आया तो प्राथमिक जांच की गई। अनुमान लगाया कि 50 लाख से एक करोड़ के बीच स्टाम्प ड्यूटी चोरी की गई है। वरिष्ठ जिला पंजीयक ने स्टाम्प ड्यूटी चोरी का प्रकरण दर्ज कर तहसीलदार से भूमि व निर्माण की रिपोर्ट मांगी है। यह रिपोर्ट आने के बाद स्टाम्प ड्यूटी की चोरी का वास्तविक आंकलन किया जाएगा। इस पूरे फर्जीवाड़े में उप पंजीयक, दस्तावेज लेखक की सांठगांठ सामने आ रही है।
पटवारी हल्का नंबर 43 के ग्राम बरुआ पिछोर (सिथौली) सर्वे क्रमांक नंबर 72, 73/2, 73/3, 73/1 की जमीन का पंजीयन 26 अगस्त 2022 को कराया गया। दस्तावेज होने के बाद लंबे समय तक इसकी जानकारी बाहर नहीं आई, जब यह मामला दीपक सिंह के संज्ञान में आया। रजिस्ट्री सहित संपत्ति के मौके की स्थिति लेकर दीपक सिंह जिला पंजीयक के सामने पहुंचे। संपत्ति का पूरा ब्यौरा देखने के बाद जिला पंजीयक भी हैरान हो गए। जब संपत्ति का प्राथमिक आंकलन किया गया तो 50 लाख से एक करोड़ के बीच की स्टाम्प ड्यूटी चोरी की संभावना जताई है।
जमीन पर तीन मंजिला कॉलेज बना, दो मंजिला को छिपा दिया
मौका देखकर अधिकारी भी हैरान, सिथौली पर बेची गई थी संपत्ति
कॉलेज भवन निर्माण के लिए भूमि डायवर्सन कराया लेकिन उसे छुपाकर कृषि भूमि दर्शाया। डायवर्सन भूमि की जो गाइडलाइन लगती थी, उसे बचाया गया।
भूमि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पर मौजूद थी। भूमि के अक्स में सड़क दिख रही है, लेकिन भूमि को सड़क से अंदर बताकर स्टाम्प ड्यूटी बचाई गई।
भूमि पर तीन मंजिला कॉलेज भवन बना है। इसमें तीन मंजिला भवन में से केवल एक मंजिल निर्माण ही दिखाया गया।
करीब 35 हजार वर्ग फीट निर्माण है, लेकिन 600 वर्गमीटर निर्माण बताया गया। 12000 वर्ग फीट पर टीनशेड है। इसे छिपा लिया गया।
दस्तावेज लेखक गौरी शंकर मित्तल ने रजिस्ट्री का लेखन किया। दस्तावेज का पंजीयन उप पंजीयक दुष्यंत दीक्षित ने किया।
शहर में एक मंजिल कम दिखाकर की जा रही स्टाम्प ड्यूटी चोरी
उप पंजीयक कार्यालय में उन संपत्तियों में बड़ी स्टाम्प ड्यूटी चोरी की जा रही है, जो बैंक से फाइनेंस नहीं है। एक मंजिला मकान पर अतिरिक्त निर्माण है, उसे छिपा दिया जा रहा है। तीन मंजिला निर्माण है तो एक मंजिल ही बताया जा रहा है। दो मंजिल की स्टाम्प ड्यूटी चोरी की जा रही है। यह खेल लंबे समय से चल रहा है, लेकिन इसके निरीक्षण नहीं हो रहे हैं। इसलिए स्टाम्प ड्यूटी चोरी के केस आ रहे हैं।