नगर निगम टीसी के बेटे की हत्या: गुंडों की बनाई चौपाटी पर सन्नाटा, एक्शन नहीं
निगम कार्रवाई करे, पुलिस मदद करेगी कटोराताल पर अवैध तरीके से ठेले गुमटी लग रहे हैं। फिलहाल यहां पुलिस तैनात है इसलिए गुमटी, ठेले वाले कारोबार बंद कर गायब है। इन्हें हटाने का काम नगरनिगम का है। उसे कार्रवाई के लिए खत लिखा है। नगरनिगम कार्रवाई करे, पुलिस सहयोग के लिए तैयार है। रशीद खान झांसी रोड टीआइ
ग्वालियर। कटोराताल की अवैध चौपाटी पर शनिवार रात नगरनिगम के टीसी योगेश शर्मा के बेटे आभास (17) की चाकू घोंपकर हत्या के बाद चाट बाजार में फिलहाल सन्नाटा है। झांसी रोड पुलिस नगरनिगम कमिश्नर को खत लिखकर बता चुकी है चौपाटी अवैध और गुंडों का अड्डा है। इसे हटाना जरूरी है। लेकिन एक्शन नहीं हुआ है। उधर चौपाटी में ठेले, गुमटी लगाने वाले माहौल शांत होने के इंतजार में है।
आभास उर्फ शिवांश शर्मा की हत्या करने वाला गुंडा पुष्पेन्द्र परिहार और सौरभ खटीक दोनों अवैध चौपाटी को ऑपरेट कर रहे थे। पत्तलवाली गली निवासी आभास शनिवार को दोस्त विवेक दीक्षित के साथ चौपटी पर आया था। पुष्पेन्द्र से गाड़ी हटाने को लेकर उसका झगड़ा हुआ था। चौपाटी पर सिक्का चलाने की हनक में पुष्पेन्द्र और सौरभ ने गुर्गों को बुलाकर उसे पीटा। आभास को बचाने भाई आयुष दोस्त वत्सल के साथ पहुंचा तो दोनों को चाकू मारे उनके सामने आभास के सीने में चाकू घोंपकर मार डाला। हत्यारों की पहचान के साथ खुलासा हुआ पुष्पेन्द्र और सौरभ दोनों गुंडे हैं। नेता, नगरनिगम और पुलिस की सांठगांठ से कटोराताल के अलावा अचलेश्वर, जेएएच अस्पताल के पास ठेके पर ठेले लगवाते हैं।
ग्वालियर। कटोराताल की अवैध चौपाटी पर शनिवार रात नगरनिगम के टीसी योगेश शर्मा के बेटे आभास (17) की चाकू घोंपकर हत्या के बाद चाट बाजार में फिलहाल सन्नाटा है। झांसी रोड पुलिस नगरनिगम कमिश्नर को खत लिखकर बता चुकी है चौपाटी अवैध और गुंडों का अड्डा है। इसे हटाना जरूरी है। लेकिन एक्शन नहीं हुआ है। उधर चौपाटी में ठेले, गुमटी लगाने वाले माहौल शांत होने के इंतजार में है।
आभास उर्फ शिवांश शर्मा की हत्या करने वाला गुंडा पुष्पेन्द्र परिहार और सौरभ खटीक दोनों अवैध चौपाटी को ऑपरेट कर रहे थे। पत्तलवाली गली निवासी आभास शनिवार को दोस्त विवेक दीक्षित के साथ चौपटी पर आया था। पुष्पेन्द्र से गाड़ी हटाने को लेकर उसका झगड़ा हुआ था। चौपाटी पर सिक्का चलाने की हनक में पुष्पेन्द्र और सौरभ ने गुर्गों को बुलाकर उसे पीटा। आभास को बचाने भाई आयुष दोस्त वत्सल के साथ पहुंचा तो दोनों को चाकू मारे उनके सामने आभास के सीने में चाकू घोंपकर मार डाला। हत्यारों की पहचान के साथ खुलासा हुआ पुष्पेन्द्र और सौरभ दोनों गुंडे हैं। नेता, नगरनिगम और पुलिस की सांठगांठ से कटोराताल के अलावा अचलेश्वर, जेएएच अस्पताल के पास ठेके पर ठेले लगवाते हैं।