भोपाल : निगम के सबसे बड़े कमर्शियल कॉम्प्लेक्स समेत 58 बिल्डिंग की रेरा से परमिशन नहीं

दीया तले अ‍ंधेरा:निगम के सबसे बड़े कमर्शियल कॉम्प्लेक्स समेत 58 बिल्डिंग की रेरा से परमिशन नहीं, बनाई गई 4 सदस्यों की टीम

बगैर इजाजत लोगों के छोटे से भी निर्माण को ध्वस्त करने वाला नगर निगम रेरा की परमिशन के बगैर करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट बना रहा है। कटारा हिल्स में स्वामी विवेकानंद परिसर के सामने करीब 9.94 करोड़ रु. लागत से कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बना रहा है। इस में एक पर करीब 90 दुकानें बनाई जा रही हैं।

दावा है कि ये नगर निगम का सबसे बड़ा कॉम्प्लेक्स होगा। पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रोजेक्ट के नाम से इस कॉम्प्लेक्स को बगैर किसी शासकीय अनुमति के बनाया जा रहा है। भोपाल नगर निगम के ऐसे 57 प्रोजेक्ट और हैं, जिन्हें बगैर रेरा परमिशन लिए बनाया जा रहा है।

भोपाल नगर निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए ने अपनी पहली बैठक के दौरान ही सिविल शाखा और एचएफए की टीम को ताकीद किया था कि बगैर शासकीय अनुमतियों के कोई प्रोजेक्ट शुरू न करें। उन्हें पता चला कि पहले से चल रहे 58 प्रोजेक्ट्स की तो रेरा से परमिशन ली ही नहीं गई है।

नाराजगी जाहिर करते हुए कमिश्नर ने इन सभी प्रोजेक्ट्स में सरकारी परमिशन लेने के लिए चार सदस्यीय टीम बना दी है। उपायुक्त राजस्व इस टीम को लीड करेंगे। इनके अलावा दो एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और एक आरआई को शामिल किया गया है।

टीएंडसीपी में अटकी 232 करोड़ के प्रोजेक्ट की परमिशन

हाउसिंग फॉर ऑल (एचएफए) के तहत बनाए जा रहे तीन बड़े प्रोजेक्ट्स की परमिशन भी अभी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएंडसीपी) में अटकी हुई है। इनमें कलखेड़ा में 56 करोड़ का प्रोजेक्ट, भौंरी में 147 करोड़ का प्रोजेक्ट और अरेड़ी में 29 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट शामिल है।

एचएफए सूत्रों का कहना है कि टीएंडसीपी में तीनों प्रोजेक्ट्स के लिए पहले ऑफलाइन अप्लाई किया था। टीएंडसीपी के अफसरों ने कहा तो ऑनलाइन अप्लाई करने की कोशिश की, लेकिन दस्तावेज अपलोड नहीं हो पाए। इसके बाद दोबारा ऑफलाइन अप्लाई किया गया है, लेकिन परमिशन नहीं मिली है।

500 वर्गफीट से ज्यादा पर लेनी होती है इजाजत

नियम ये कहता है कि 500 वर्गफीट से ज्यादा के निर्माण पर रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (रेरा) से परमिशन लेनी होती है। शहर में कई निजी बिल्डरों के प्रोजेक्ट रेरा और टीएंडसीपी की परमिशन नहीं मिलने से अटके हुए हैं।

लापरवाही ऐसी भी

  • 147 करोड़ का एक प्रोजेक्ट भौंरी में बनाया जा रहा है जो टीएंडसीपी से क्लीयर नहीं है।
  • कटारा हिल्स में स्वामी विवेकानंद परिसर के सामने बन रहा निगम का प्रोजेक्ट।

टॉप-10 प्रोजेक्ट्स

भौंरी शॉप्स, बैरागढ़ सब्जीमंडी ब्लॉक ए-बी, न्यू बैरसिया बस स्टैंड, पुतली घर बस स्टैंड, चाणक्यपुरी चौराहा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी शॉप, एमपी नगर मल्टीलेवल पार्किंग 49 शॉप, संत आसाराम नगर शॉपिंग कॉम्पलेक्स, कोकता आरटीओ ऑफिस 59 दुकानें, ग्राम रुसल्ली करोंद 43 दुकानें और 24 फ्लैट, नीलबड़ नई बस्ती 104 दुकानें।

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