मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा के लिए निर्वाचित … 90 MLA पर आपराधिक केस दर्ज हैं !
MP के 205 MLA करोड़पति….
90 विधायकों पर आपराधिक केस, 34 पर गंभीर आरोप; भारत आदिवासी विकास पार्टी के विधायक भी दागी
चैतन्य काश्यप के पास सबसे ज्यादा संपत्ति है। भाजपा के 144 और कांग्रेस के 61 विधायक करोड़पति है।
मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा के लिए निर्वाचित 230 विधायकों में 205 करोड़पति हैं। इनमें से 102 विधायकों के पास 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। वहीं, 90 MLA पर आपराधिक केस दर्ज हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा के 163 में से 144 विधायक यानी 88% और कांग्रेस के 66 में से 61 यानी 92% विधायक करोड़पति हैं। पिछली विधानसभा में करोड़पति विधायकों की संख्या 187 थी। सबसे अधिक संपत्ति वाले विधायकों में चैतन्य काश्यप के पास 296 करोड़, संजय पाठक के पास 242 करोड़, कमलनाथ के पास 134 करोड़, भूपेंद्र सिंह के पास 84.34 करोड़ और सुदेश राय के पास 74.71 करोड़ की संपत्ति है।
एडीआर ने कहा है कि इस बार 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 102 है। 2 से 5 करोड़ तक की संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 71 है। 50 लाख से 2 करोड़ तक की संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 48 जबकि 50 लाख से कम संपत्ति वाले विधायकों की संख्या 9 है। 2023 के चुनाव में निर्वाचित विधायकों की औसत संपत्ति 11.77 करोड़ रुपए है। 2018 में यह 10.17 करोड़ रुपए थी।

34 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले
230 में से 90 विधायकों ने खुद पर दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी शपथ पत्र में दी है, जो कुल संख्या का 39% है। 2018 के विधानसभा चुनाव में 230 में से 94 यानी 41% विधायकों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए थे। 2023 चुनाव के 34 प्रत्याशियों के विरुद्ध गंभीर आपराधिक मामले हैं, यह कुल संख्या का 15% है। 2018 में गंभीर मामलों में अपराधिक केस वाले विधायकों की संख्या 47 थी, जो कुल विधायकों की संख्या का 20% है।
हत्या, हत्या के प्रयास और रेप संबंधी केस भी
रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में पिछोर से जीते भाजपा के प्रीतम लोधी पर हत्या, हत्या के प्रयास से संबंधित मामला दर्ज है। उनके समेत विक्रम सिंह विक्की (रामपुर), इंदर सिंह परमार (शुजालपुर), यादवेंद्र सिंह जग्गू भैया (टीकमगढ़) और एक अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास से संबंधित केस हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार जैसे मामलों- रेप और अन्य अपराधों से संबंधित केस घोषित करने वाले विधायकों की संख्या तीन है।
विधायकों पर दर्ज केस की दलवार स्थिति
विधायक बनने वाले ऐसे नेताओं में बीजेपी के 163 में से 51 यानी 31 प्रतिशत, कांग्रेस के 66 में से 38 यानी 58 प्रतिशत और एक अन्य भारत आदिवासी पार्टी से जीते कमलेश डोडियार शामिल हैं। इनमें से बीजेपी के 16 (10%) और कांग्रेस के 17 (26%) विधायकों ने अपने ऊपर गंभीर मामले दर्ज होने की जानकारी विधानसभा चुनाव के लिए भरे गए नामांकन पत्र के साथ शपथ पत्र में दी है।
इस बार 101 MLA दोबारा चुने गए
एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि दोबारा निर्वाचित होने वाले विधायकों की संख्या 101 है। 2018 में दोबारा निर्वाचित होने वाले विधायकों की औसत संपत्ति 12.53 करोड़ थी। 2023 में यह बढ़कर 17.14 करोड़ रुपए हो गई यानी 5 साल में 4.60 करोड़ की औसत वृद्धि हुई है।
कांग्रेस के 3, भाजपा के 4 विधायक पीएचडी
भाजपा के दो विधायक पांचवीं और चार आठवीं क्लास पास हैं। कांग्रेस के एक विधायक आठवीं तक पढ़े हैं। 10वीं पास विधायकों में भाजपा के 10 और कांग्रेस के 4 एमएलए शामिल हैं। वहीं, 12वीं पास विधायकों में बीजेपी के 31 और कांग्रेस के 12 एमएलए हैं। भाजपा के 38 और कांग्रेस के 11 विधायक ग्रेजुएट हैं। पोस्ट ग्रेजुएट वर्ग में कांग्रेस के 23, भाजपा के 47 समेत 70 विधायकों के नाम हैं। कांग्रेस के तीन और भाजपा के चार विधायक पीएचडी होल्डर हैं। कांग्रेस के एक और भाजपा के दो एमएलए डिप्लोमा होल्डर हैं।
सबसे कम उम्र 31, सबसे अधिक 80 साल
निर्वाचित विधायकों में 31 से 40 वर्ष के 18 एमएलए, 41 से 50 वर्ष के 53 एमएलए, 51 से 60 वर्ष के 86 जबकि 61 से 70 वर्ष के 57 और 71 से 80 वर्ष के 16 विधायक चुने गए हैं।