एमडी ड्रग्स बनाने के लिए फैक्ट्री संचालक ने दो मजदूरों को काम पर रखा था। वह अपनी कार से दिन में करीब चार बार फैक्ट्री आता था। हालांकि गुजरात एटीएम और एनसीबी को यहां से कच्चा माल ही बरामद हुआ है, लेकिन कागजी कार्रवाई कर फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बगरौदा स्थित फैक्ट्री, जहां एमडी ड्रग्स बनाई जा रही थी…
- फैक्ट्री मालिक को कटारा हिल्स पुलिस ने दिया गिरफ्तारी नोटिस।
- 50 हजार रुपये प्रतिमाह की दर से किराये पर ली थी फैक्ट्री।
- मंदसौर से गिरफ्तार हरीश अंजाना भी आता रहता था फैक्ट्री में।
भोपाल। राजधानी के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में खतरनाक एमडी ड्रग्स बनाई जाती थी, जो सात दिन में तैयार होती थी। इसके लिए केमिकल लाने की जिम्मेदारी अमित चतुर्वेदी की थी। अमित ने ही बीएचईएल के सेवानिवृत्त अधिकारी एकके सिंह से 50 हजार रुपये में फैक्ट्री किराए पर ली थी।
एमडी ड्रग्स बनाने के लिए उसने दो मजदूरों को काम पर रखा था। वह अपनी कार से दिन में करीब चार बार फैक्ट्री आता था। हालांकि गुजरात एटीएम और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी)को यहां से कच्चा माल ही बरामद हुआ है, लेकिन कागजी कार्रवाई कर फैक्ट्री को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इसी दौरान मंदसौर से गिरफ्तार तीसरे तस्कर हरीश अंजाना को लेकर पुलिस भोपाल फैक्ट्री पहुंची। दरअसल, जांच टीम को यह भी जानकारी मिली थी कि हरीश फैक्ट्री में आता-जाता रहता था। वह इन दोनों से ड्रग्स को लेकर आगे सप्लाई करता था।
साबुन बनाने के नाम पर ली थी फैक्ट्री
कटारा हिल्स थाना के प्रभारी बृजेंद्र निगम ने बताया कि किरायेदार की जानकारी नहीं देने पर फैक्ट्री मालिक जेके रोड निवासी 65 वर्षीय सेवानिवृत्त बीएचईएल अधिकारी एके सिंह को गिरफ्तारी का नोटिस दिया गया है। पूछताछ में बताया कि उन्होंने बेटे के लिए इस फैक्ट्री को अपने दोस्त से 20 लाख रुपये में खरीदा था। बाद में बेटा अमेरिका शिफ्ट हो गया तो फैक्ट्री बंद हो गई। जब अमित ने उनसे संपर्क किया और साबुन बनाने के लिए पचास हजार रुपये प्रतिमाह में फैक्ट्री देने की बात कही तो उसे किराए पर दे दिया। वह समय से पहले ही किराया दे देता था, इसलिए वह इन सात माह में कभी फैक्ट्री पर गए ही नहीं।
12 कैमिकल मिलाकर बनाई जाती थी एमडी ड्रग
पुलिस सूत्रों का कहना है कि नासिक के सान्याल बाने और भोपाल के अमित चतुर्वेदी के साथ हरीश अंजाना मिलकर यहां ड्रग्स बनाने का काम करते थे। कच्चा माल अमित चतुर्वेदी लाता था, जिसमें 12 तरह के केमिकल शामिल थे। अमित ने केमिस्ट्री से एमएससी किया है, इस कारण उसे केमिकल की अच्छी पहचान है। बाकी का काम सान्याल देखता था। एमडी ड्रग्स बनाने के लिए ये सभी केमिकल को मिक्सर मशीन में चलाकर सात दिन के लिए छोड़ देते थे। यहां दो मजदूर भी काम के लिए रखे थे। हरीश मुंबई, बेंगलुरु और नेपाल तक सप्लाई करने के लिए दूसरे मादक पदार्थ तस्करों की तलाश करता था।
मजदूरों को पुलिस ने छोड़ दिया
बगरोदा की फैक्ट्री में कार्रवाई के दौरान एनसीबी ने गुजरात एटीएस की मदद से करोड़ों की कीमत का ड्रग्स बरामद किया है। यहां से अमित और सान्याल को गिरफ्तार भी किया गया, जबकि मजदूरों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। इस दौरान यह बात भी सामने आई है कि काम करते समय दोनों मजदूरों को शराब का नशा कराया जाता था, क्योंकि उसकी बदबू में काम करने में परेशानी होती थी। माना जा रहा है कि इस गिरोह के अभी और सदस्यों की गिरफ्तारी हो सकती है।
खाद बनाने के नाम पर चल रहा था गोरखधंधा
इस फैक्ट्री के सामने ही एमके कुशवाह की फैक्ट्री है। उन्होंने बताया कि अमित दिन में चार चक्कर अपनी कार से लगाता था। फैक्ट्री हमेशा बंद ही रहती थी। पूछने पर बताता था कि खाद बनाकर बाहर सप्लाई करते हैं, लेकिन सात माह में उन्होंने सुबह दस बजे से रात सात बजे तक किसी वाहन से माल बाहर जाते नहीं देखा।
अमित दोस्त के माध्यम से मिला था सान्याल से
एटीएस की पूछताछ में जानकारी मिली है कि अमित पहले निजी कंपनी में नौकरी करता था। वहीं दोस्त के माध्यम से मुंबई में उसकी मुलाकात सान्याल बाने से हुई थी। उसके बाद वह सान्याल से मिलने नासिक भी जाता था। पांच वर्ष पहले सान्याल को एक मामले में जेल हो गई थी। जेल से छूटने के बाद वह ड्रग्स की तस्करी करने लगा। इसी बीच अमित की भी नौकरी चली गई। इसके बाद सान्याल के कहने पर अमित ने भोपाल में एक खाली फैक्ट्री की तलाश की और फिर सभी मिलकर एमडी ड्रग्स बनाने का काम करने लगे। हालांकि अमित ने अभी तक मादक पदार्थ तस्करी में ड्रग्स की बात नहीं कबूली है।
एमपीआईडीसी ने मालिक को दिया लीज निरस्तीकरण नोटिस
बगरोदा की जिस फैक्ट्री में ड्रग्स बनाई जा रही थी, उसके मालिक को मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (एमपीआईडीसी) ने लीज निरस्तीकरण के लिए नोटिस जारी किए हैं।कार्यकारी निदेशक विशाल सिंह चौहान ने बताया उन्होंने पुलिस, प्रशासन की टीम के साथ सोमवार को बगरोदा स्थित फैक्ट्री का निरीक्षण किया।यहां फर्नीचर फैक्ट्री स्थित थी,जिसमें अवैध रूप से ड्रग्स बनाई जा रही थी। यह जमीन 30 वर्ष की लीज पर जयदीप सिंह को दी गई थी।अब उन्हें नोटिस जारी किया गया है, जल्द ही लीज निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक कर चर्चा भी की गई।