30 दिन, 70 विधानसभा, 200 नेताओं की टीम…
30 दिन, 70 विधानसभा, 200 नेताओं की टीम…आज से कांग्रेस की ‘दिल्ली न्याय यात्रा’
Delhi Congress Nyay Yatra: दिल्ली में आज से कांग्रेस की न्याय यात्रा शुरू होगी. यह यात्रा सुबह 8.30 बजे राजघाट से शुरू होगी. न्याय यात्रा पूरी तरह से पदयात्रा की तरह होगी. कांग्रेस की यह न्याय यात्रा दिल्ली के सभी 70 विधानसभाओं से होकर गुजरेगी. इस यात्रा के जरिए कांग्रेस दिल्ली में अपनी खोई हुई सियासी जमीन हासिल करने की कोशिश करेगी. पहले दिन की यात्रा में राहुल गांधी शामिल नहीं होंगे.
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तर्ज पर अब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस पार्टी की ओर से आज दिल्ली न्याय यात्रा की शुरुआत हो रही है. सुबह 8.30 बजे राजघाट से यात्रा शुरू होगी. चार अलग-अलग चरणों मे अगले एक महीने तक दिल्ली के सभी 70 विधानसभाओं और सभी 250 निगम क्षेत्रों में यह यात्रा प्रवेश करेगी. पहले दिन की ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ राजघाट से शुरू होकर पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक, मटिया महल, हौज काजी, कटरा बरियण रोड होते हुए बल्लीमारान तक जाएगी.
न्याय यात्रा पूरी तरह से पदयात्रा की तरह होगी, जिसमें 200 नियमित यात्री होंगे, जो पूरे 30 दिन तक पदयात्रा करेंगे जबकि पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता अलग-अलग इलाकों में इस यात्रा के साथ जुड़ेंगे. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव के अनुसार, इस यात्रा का मकसद दिल्ली की जनता के असल मुद्दों, परेशानियों को जानने और उसका समाधान निकालने के लिए है, अगले साल फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस की इस न्याय यात्रा को अहम माना जा रहा है.
खोई हुई सियासी जमीन हासिल करने की कोशिश
दरअसल, 2015 और 2020 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन दिल्ली में बहुत खराब रहा था. यहां तक कि इन चुनावों में पार्टी एक भी सीट जीतने में कामयाब नहीं हुई थी जबकि 2013 में उसे महज 8 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था. शीला दीक्षित समेत कांग्रेस के सभी बड़े नेता अपना चुनाव हार गए थे, कांग्रेस दिल्ली में तबसे ही अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, अब ऐसी यात्राओं के जरिए कांग्रेस दिल्ली में अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन हासिल करने की कोशिश करेगी.
कांग्रेस की यह न्याय यात्रा दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी के खिलाफ है. न्याय यात्रा नाम इसीलिए दिया गया है ताकि 2013 से लेकर अब तक दिल्ली के लोगों को उनके साथ हुए अन्याय के बारे में बताया जाए, यात्रा में ज्यादा से ज्यादा आम आदमी पार्टी के उन वादों की पोल खोली जाएगी जिसे पूरा नहीं किया गया या आधा-अधूरा छोड़ दिया गया हो. आम आदमी पार्टी के अलावा केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच लगातार हो रहे टकराव को भी इस यात्रा का मुद्दा बनाया जाएगा
अरविंद केजरीवाल पर हमलावर रहेगी कांग्रेस
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव और एआईसीसी की ओर से यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने बताया कि इस यात्रा के जरिये कांग्रेस दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार, फ्री बीजली, पानी के नाम पर लोगों को गुमराह करने जैसे मुद्दों के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था और दिल्ली के प्रदूषण जैसे मुद्दों पर जनता से सीधा संवाद करेगी .
इस यात्रा के जरिए कांग्रेस दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर हमलावर रहेगी, हालांकि अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही इंडिया गठबंधन की महत्वपूर्ण पार्टियां हैं, इसके बावजूद हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद दोनों दलों के बीच तल्खी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है, जिसे अगले साल की शुरुआत में होने वाली विधानसभा चुनाव तक जारी रहने की पूरी संभावना है
यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी नहीं होंगे शामिल
दिल्ली कांग्रेस की न्याय यात्रा की प्रेरणा बेशक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से ही ली गई हो लेकिन झारखंड चुनाव की व्यस्तता के कारण यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी इसमें शामिल नहीं होंगे जबकि मल्लिकार्जुन खरगे का कार्यक्रम शाम तक तय होगा.
‘दिल्ली न्याय यात्रा’ में शामिल हो सकते हैं खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शुक्रवार को पार्टी की दिल्ली इकाई की ‘दिल्ली न्याय यात्रा’ में शामिल हो सकते हैं. पार्टी के पदाधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने यात्रा के लिए मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने यह यात्रा सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी. इस यात्रा के जरिये हम दिल्ली के नागरिकों की समस्याओं को सामने लाएंगे और सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास करेंगे.